सुधीर दंडोतिया, भोपाल। मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान आज मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना का शुभारंभ करेंगे। दोपहर 12 बजे रवीन्द्र भवन भोपाल में योजना का शुभारंभ कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम में MMSKY पोर्टल का शुभारंभ किया जाएगा। मुख्यमंत्री एक युवा का पोर्टल पर पंजीयन फॉर्म भरवायेंगे और उसे योजना की प्रक्रिया से जानकारी देंगे। साथ ही सीएम शिवराज कॉलेज की छात्र-छात्राओं से संवाद करेंगे। बेरोजगार युवाओं को उनकी योग्यता के अनुसार लर्न एंड अर्न की कॉन्सेप्ट पर 8 से 10 हजार रुपये दिए जाएंगे।

सीएम शिवराज सिंह ने योजना के शुभारंभ से पहले कहा कि मेरे युवा बेटे-बेटियों, आज का दिन मध्यप्रदेश के तुम जैसे सामर्थ्यवान युवाओं के जीवन को नई दिशा देने और उज्जवल भविष्य को सुनिश्चित करने वाला होगा। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना से तुम्हारे सपनों को नई उड़ान मिलेगी। अब घर बैठने का नहीं, सीखने और कमाने समय है। मिलते हैं 12 बजे…।

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इस कार्यक्रम में खेल और युवा कल्याण, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव और स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंदर सिंह परमार विशिष्ट अतिथि होंगे। कार्यक्रम में तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास, उच्च शिक्षा, स्कूल शिक्षा और ऊर्जा विभाग के हितग्राही सहित लगभग 1600 युवा शामिल होंगे। कार्यक्रम का सभी कॉलेज, स्कूल और तकनीकी शिक्षा के संस्थानों पर सीधा प्रसारण होगा। कार्यक्रम का लाइव प्रसारण सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म, ट्विटर, फेसबुक और यू-ट्यूब पर किया जाएगा।

क्या है सीखो कमाओ योजना

  • योजना के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षण, स्टाइपेंड के साथ कमाई के द्वार खुलेंगे।
  • मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना में 18 से लेकर 29 वर्ष तक के मध्यप्रदेश के निवासी युवा लाभान्वित होंगे
  • इस योजना में 12 वी या आईटीआई पास अथवा उच्च शिक्षित युवा भी लाभान्वित हो सकेंगे।
  • योजना के अंतर्गत ट्रेनिंग के दौरान 5 वीं से 12वीं उत्तीर्ण युवाओं को 8000, आईटीआई पास को 8500, डिप्लोमा धारी को 9000, और स्नातक अथवा उच्च शिक्षित युवाओं को 10 हजार रुपये स्टाइपेंड के रूप में प्रतिमाह प्रतिमाह दिया जाएगा।
  • योजना के माध्यम से इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल, सिविल, मैनेजमेंट एवं मार्केटिंग क्षेत्र, सेवा क्षेत्र होटल मैनेजमेंट, टूरिज्म और ट्रैवल अस्पताल, रेलवे, आईटी और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट क्षेत्र , उद्योग-उन्मुख प्रशिक्षण आदि।
  • ऐसे क्षेत्र जिनमें प्रशिक्षण उपरांत छात्र- प्रशिक्षणार्थी गिग इकोनोमी एवं ब्लू कॉलर जॉब्स हेतु उपयुक्त होंगे।

लर्न एंड अर्न की तर्ज पर बनी योजना

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने युवाओं के हितों और मध्यप्रदेश के सामाजिक, आर्थिक विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कई कदम उठाये हैं। इसी क्रम में मध्यप्रदेश सरकार ने अपनी युवा नीति को आगे बढ़ाते हुए ‘अर्न एन्ड लर्न ‘की तर्ज पर नई ‘मुख्‍यमंत्री सीखो-कमाओ योजना’ तैयार की है। योजना अंतर्गत प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं को उद्योग उन्मुख नई तकनीक और प्रक्रियाओं में दक्षता लाने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे युवाओं को सहजता से रोजगार प्राप्त हो सकेगा। इस योजना के तहत प्रदेश के 18 से 29 वर्ष के शिक्षित युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत प्रतिष्ठित कंपनियों में प्रशिक्षण का अवसर मिलेगा। प्रशिक्षण के दौरान युवाओं को प्रतिमाह 8 हजार से लेकर 10 हजार रुपए तक का स्टाइपेंड भी दिया जाएगा।

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इन युवाओं को मिलेगा योजना का फायदा

इस योजना के पहले चरण में एक लाख युवाओं को रोजगार उन्मुखी कौशल में प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है। आवश्यकतानुसार लक्ष्य को बढ़ाया जाएगा। योजना के तहत चयनित मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड द्वारा निर्धारित कोर्स में प्रशिक्षणार्थी के रूप में पंजीकृत किया जाएगा जिसमें पाठ्यक्रमों की सूची योजना के पोर्टल www.mmsky.mp.gov.in पर उपलब्ध रहेगी। योजना की पात्रता के लिए आवेदक मध्यप्रदेश का मूल निवासी हो, आयु 18 से 29 वर्ष हो और न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास, आईटीआई उत्तीर्ण , डिप्लोमा उत्तीर्ण , स्नातक उत्तीर्ण या उच्च शिक्षा उत्तीर्ण होना जरूरी है।

प्रशिक्षण के साथ स्टाइपेंड

इस योजना के प्रति युवाओं में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है। योजना में चयनित छात्र -छात्राओं को उनकी शैक्षणिक योग्यता के अनुरूप स्टाइपेन्ड मिलेगा जिसमें12वीं उत्तीर्ण को प्रतिमाह 8000, आईटीआई उत्तीर्ण को 8500, डिप्लोमा उत्तीर्ण को 9000 और स्नातक उत्तीर्ण या उच्च शिक्षा उत्तीर्ण होने पर 10 हजार रुपये प्रति माह दिए जाएंगे।

10 हजार से ज्यादा प्रतिष्ठान कर चुके हैं पंजीयन

इस योजना में युवाओं को अपने संस्थानों में रोजगार दिलाने के लिए 1 जुलाई तक 10 हजार से अधिक प्रतिष्ठानों ने पंजीयन कराया है। जिसके द्वारा लगभग 35000 प्रशिक्षण रिक्तियां प्रकाशित की जा चुकी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की इस नई पहल से प्रदेश के युवाओं के सपनों को नए पंख लगेंगे।

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रोजगार के भी अवसर

‘मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना ‘के लागू होने से काम सीखने के साथ-साथ युवाओं को आर्थिक रूप से जो मदद मिलेगी वह उनका आत्मविश्वास बढ़ायेगी। आमतौर पर औपचारिक शिक्षा ग्रहण करने के बाद औद्योगिक और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को पर्याप्त संख्या में कार्यकुशल मानव संसाधन नहीं मिल पाते। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार को उनके कौशल विकास के लिए प्रदेश सरकार को इस तरह की योजना की जरूरत महसूस हुई जहाँ पर युवाओं को काम सीखने के साथ ही कमाई के अवसर भी मिलेंगे।

इस योजना में युवाओं को उद्योगों के साथ सर्विस सेक्टर में कौशल प्रशिक्षण के साथ ही नवीनतम तकनीक और प्रक्रिया से व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा।प्रशिक्षण के बाद निर्धारित परीक्षा उत्तीर्ण करने या फार्मेटिव एसेसमेंट के बाद मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोज़गार बोर्ड स्टेट काउंसिल फार वोकेशनल ट्रेनिंग का प्रमाण-पत्र देगा। इसके लिए योजना से कंपनियों और सर्विस सेक्टर को जोड़ा गया है। प्रशिक्षित युवाओं को अच्छे रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।

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