शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कपड़ा फाड़ राजनीति और पॉवर ऑफ अटॉर्नी के बीच पूर्व सीएम व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) का एक ट्वीट (Tweet) सामने आया। जिसमें उन्होंने कहा कि जिन राजनेताओं की चमड़ी मोटी नहीं होती वे राजनीति में नहीं टिक पाते है। इसे लेकर प्रदेश की सियासत (MP Politics) गरमा गई है।

बीजेपी के निशाने पर दिग्गी

बीजेपी के प्रदेश पंकज चतुर्वेदी (Pankaj Chaturvedi) ने कहा कि ज्ञान के साथ गांधी जी की बात करने वाले दिग्विजय सिंह का दोहरा चरित्र, आदर्शो के खिलाफ है। बापू राम की बात करते थे, दिग्विजय राम विरोधी है। बापू ने की राम राज की बात, दिग्विजय राम राज के विरोधी है। गांधी जी ने हिंदुत्व की बात की थी, लेकिन दिग्विजय सिंह हिंदुत्व विरोधी है। मोटी चमड़ी की बात करने वाले हिंदू और भगवा को आतंकवादी बताते हैं। उनकी बात में वजन नहीं है।

दिग्विजय ने खुद को बताया मोटी चमड़ी वाला राजनेता: राजनीति में टिकने वालों की बताई परिभाषा, ट्वीट कर लिखी ये बात

कांग्रेस ने किया पलटवार

वहीं कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अब्बास हफीज (Abbas Hafeez) ने कहा कि दिग्विजय सिंह राजनीति में मोटी चमड़ी जरूरी वाली बात अक्सर कहते हैं। भाजपा के नेता भी मोटी चमड़ी रखें, हम भी मोटी चमड़ी रखे हुए। बीजेपी दिग्विजय की गहरी बातों को समझ नहीं पाएगी। मोटी चमड़ी नहीं बीजेपी के लोग ओछी सोच के है।

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आपको बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया एक्स (X) पर पोस्ट कर राजनीति में टिकने वालों की परिभाषा बताई है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा था- जिन राजनेताओं की चमड़ी मोटी नहीं होती वे राजनीति में टिक नहीं पाते। सार्वजनिक जीवन में मूल सिद्धांत है, आप जिस पर विश्वास करते हैं उस पर दृढ़ रहें और अपने दृढ़ विश्वास के लिए गाली खाने के लिए भी तैयार रहें। महात्मा गांधी जी की हत्या इसलिए की गई क्योंकि उनमें “दोषी ठहराने का साहस” था! अब कहां हैं ऐसे राजनेता ? दुखद।

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