राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी चयन को लेकर हुए गहन मंथन से इस बार चुनाव बड़े ही रोचक मुकाबले में पहुंच गया है। सूबे के प्रमुख दोनों दलों ने ऐसे समीकरण बैठाए कि कहीं दो ही चेहरे तीसरी और चौथी बार सीधे मुकाबले में आन खड़े हुए हैं, तो कहीं सगे भाई या जेठ-बहू के बीच सीधी टक्कर है। नामांकन की तारीख निकलने के बाद ऐसी सीटों पर चुनाव बहुत ही दिलचस्प हो गया है।
दतिया में चौथी बार भी दोनों पुराने ही चेहरे
दतिया सीट पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र भारती का सीधा मुकाबला है। 2008 में भारती बसपा से चुनाव लड़े थे। साल 2008 में राजेंद्र भारती बसपा से लड़े, मिश्रा से 11233 वोट से हारे। 2013 में राजेंद्र भारती कांग्रेस से लड़े, मिश्रा से 11697 वोट से हारे। पिछले चुनाव 2018 में राजेंद्र भारती कांग्रेस से लड़े, मिश्रा से 2656 वोट से हारे थे।
जबलपुर पूर्व में भी चौथी बार आमने-सामने
जबलपुर पूर्व से कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया और बीजेपी प्रत्याशी अंचल सोनकर चौथी बार आमने-सामने होंगे। 2008 में घनघोरिया ने सोनकर को 6 हजार वोट से हराया था। 2013 में सोनकर ने घनघोरिया 1100 वोट से हराया। वहीं साल 2018 में घनघोरिया ने सोनकर को 35 हजार वोट से हराया था।
इछावर विधानसभा सीट
इछावर विधानसभा से पूर्व मंत्री करणसिंह वर्मा और पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल आमने-सामने होंगे। 2013 में शैलेंद्र पटेल ने करण सिंह वर्मा को 744 वोट से हराया था। 2018 में करण सिंह वर्मा ने शैलेंद्र पटेल को 15 हजार वोट से हराया था।
सागर में जेठ-बहू के बीच मुकाबला
सागर विधानसभा सीट पर इस बार भी दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा। इस सीट पर जेठ बहू के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी। बीजेपी ने विधायक शैलेंद्र जैन तो वहीं कांग्रेस ने निधि सुनील जैन को प्रत्याशी बनाया है। दोनों में जेठ बहू का रिश्ता है। साल 2018 में शैलेंद्र जैन को 67227 हजार वोट मिले, जबकि दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के नेवी जैन को 9861 वोट मिले थे।
डबरा से फिर उतरे समधी-समधन
ग्वालियर की डबरा विधानसभा सीट पर समधी और समधन आमने सामने होंगे। बीजेपी ने पूर्व मंत्री इमरती देवी को प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस ने वर्तमान विधायक सुरेश राजे को टिकट दिया है। दोनों प्रत्याशी रिश्ते में समधी-समधन लगते हैं।
नर्मदापुरम सीट से सगे भाइयों में होगी टक्कर
होशंगाबाद इटारसी विधानसभा सीट से दो भाइओं के बीच टक्कर होगी। इस सीट से कांग्रेस ने पूर्व विधायक गिरजा शंकर शर्मा को टिकट दिया है। गिरजा शंकर ने हाल ही में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है। वहीं बीजेपी ने सीतासरन शर्मा को फिर से मैदान में उतारा है। गिरजा शंकर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व मौजूदा बीजेपी विधायक सीतासरन शर्मा के भाई है। साल 2018 में सीतासरन शर्मा को 82216 वोट मिले थे, कांग्रेस प्रत्याशी सरताज सिंह को 66999 वोट मिले थे।
देवतालाब में चाचा VS भतीजा
रीवा जिले की देवतालाब विधानसभा सीट पर ‘चाचा vs भतीजा’ के बीच चुनावी मुकाबला देखने को मिलेगा। भाजपा ने वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम को प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस ने उनके सगे भतीजे पद्मेश गौतम को टिकट दिया है। 2018 में गिरीश गौतम को 45 हजार 43 वोट मिले थे, दूसरे नंबर पर रहे बीएसपी प्रत्याशी सीमा सिंह सेंगर को 43963 वोट मिले थे।
टिमरनी से भी चाचा-भतीजा दूसरी बार मैदान में
एमपी की टिमरनी विधानसभा सीट से भी चाचा और भतीजा दूसरी बार मैदान में आमने-सामने होंगे। बीजेपी ने संजय शाह को तो वहीं कांग्रेस ने अभिजीत शाह को प्रत्याशी बनाया है। पिछले 2018 में हुए चुनाव में संजय शाह को 64 हजार 33 वोट मिले थे, जबकि अभिजीत शाह को 61 हजार 820 वोट मिले थे।
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