अजय शर्मा, भोपाल। नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (National Institutional Ranking Framework) ने देशभर के संस्थानों को लेकर रैंकिंग जारी कर दी है। इसे आधिकारिक वेबसाइट nirfindia.org पर चेक किया जा सकता है। इस साल मध्य प्रदेश के बड़े एजुकेशन इंस्टीट्यूट फिसड्डी साबित हुए है। कई संस्थानों की रैंकिंग में गिरावट आई है।

शिक्षा और विदेश राज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह 5 जून को सूची जारी की। जिसमें प्रदेश के एजुकेशन इस्टीट्यूट फिसड्डी साबित हुए है, तो वहीं कई इंस्टीट्यूट की रैंकिंग में गिरवाई आई है। राजधानी भोपाल में स्थित मैनिट 70वें स्थान से 80 पर चला गया। एनएलआईयू 15वें स्थान से खिसकर 18वें पर पहुंचा, वहीं स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर की रैंकिंग भी गिर गई। संस्थानों की रैंकिंग गिरने के मामले में प्रोफेसरों की कमी, कैंपस में विवाद और प्रोफेसरों के आपसी झगड़े वजह बने हैं।

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बता दें कि रैंकिंग फ्रेमवर्क संस्थानों को टीचिंग, लर्निंग एंड रिसोर्सेज, रिसर्च एंड प्रोफेशनल प्रैक्टिस, ग्रेजुएशन आउटकम्स, आउटरीच एंड इंक्लूसिविटी और परसेप्शन के मापदंडों के पांच व्यापक सामान्य समूहों के तहत रैंक देता है और लिस्ट जारी करता है।

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