भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्य प्रदेश के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने और चिकित्सा शिक्षा व्यवस्था का विस्तार करने की दृष्टि से नए मेडिकल कॉलेज शुरू किए जा रहे हैं। प्रदेश में वर्ष- 2003 तक सिर्फ 5 शासकीय मेडिकल कॉलेज थे। बीते 20 वर्ष में 12 नए मेडिकल कॉलेज शुरू हुए और अब एक साथ 12 अन्य मेडिकल कॉलेज पीपीपी मोड पर प्रारंभ करने की ओर हम बढ़ चुके हैं। जल्द ही प्रदेश में 50 मेडिकल कॉलेज होंगे।

सीएम डॉ. मोहन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में अधोसंरचना सशक्त होती जा रही है। प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज प्रारंभ करने का लक्ष्य है। इसके साथ ही मध्यप्रदेश के प्रत्येक जिले के लिए मेडिकल कॉलेज की संकल्प की पूर्ति के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। दरअसल, शनिवार को मुख्यमंत्री ने समत्व भवन (मुख्यमंत्री निवास) में एक बैठक में प्रदेश में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज शुरू करने के लिए उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल और वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की। डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल इस बैठक में वर्चुअली शामिल हुए।

ये भी पढ़ें: दुग्ध उत्पादन में होगी वृद्धि: CM डॉ मोहन बोले- देश का 20 प्रतिशत मध्यप्रदेश से करने का लक्ष्य, जानें क्या है सरकार का प्लान

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के नर्मदापुरम, देवास सहित अनेक अंचल नए मेडिकल कॉलेज की सुविधा से लाभान्वित होंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने मंदसौर, नीमच और सिवनी में बीते माह तीन मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण किया। प्रदेश के नागरिकों को आने वाले समय में नए-नए मेडिकल कॉलेज मिलेंगे। बैठक में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य संदीप यादव ने प्रजेंटेशन द्वारा पीपीपी मॉडल में स्थापित होने वाले कॉलेजों से संबंधित रूपरेखा प्रस्तुत की। पीपीपी मोड में शासन द्वारा नियमानुसार भूमि आवंटन, अस्पतालों की वर्तमान क्षमता के विस्तार और रोगियों के उपचार पर होने वाले व्यय से संबंधित बिंदुओं पर आज विचार-विमर्श किया गया। इस संबंध में जल्द ही मंत्रि-परिषद आवश्यक निर्णय लेगी।

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m