रायपुर। छत्तीसगढ़ झीरमकांड मामले को लेकर बीजेपी सरकार के खिलाफ कांग्रेस बेहद आक्रामक हो गई है. पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने सीएम को इस मामले में पत्र लिखकर सियासत को गरमा दिया है. कांग्रेस अध्यक्ष ने झीरमकांड मामले में सरकार की भूमिका पर सवाल उठाते हुए साजिशकर्ताओं को बचाने का आरोप लगाया है.

यही नहीं कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से यह भी सवाल किया है कि झीरम हमले मामले में मोदी सरकार आने के बाद एनआईए की जांच की दिशा क्यों बदली गई, क्यों इस मामले की आपराधिक षडयंत्र की जांच नहीं की जा रही है?

आत्म समर्पण कर चुके माओवादी के बारे में छत्तीसगढ़ पुलिस ने कहा था कि ये लोग झीरम की घटना में शामिल थे. लेकिन समर्पित माओवादी ने क्या कुछ कहा इसका जिक्र एनआईए की जांच में नहीं है, जांच आयोग के समक्ष माओवादियों का मुद्दा उठाने पर आयोग ने कहा था कि यह आत्मसमर्पण कर चुके माओवादियों के बयान आयोग के संज्ञान में लेना संभव नहीं है.

कांग्रेस को न्यायिक जांच आयोग पर पूरा भरोसा है लेकिन उसके जांच के बिंदुओं में सरकार ने षड़यंत्र की जांच को शामिल नहीं किया. एनआईए ने जो चालान पेश किया उसमें रमन्ना और गणपति जैसे नक्सली नेताओं के नाम नहीं है. प्रदेश कांग्रेस महामंत्री शैलेष नितिन त्रिवेदी ने भूपेश बघेल का पत्र जारी करते हुए कहा कि झीरमकांड मामले सरकार की भूमिका रही है लिहाज इस मामले की जांच की दिशा को केन्द्र मोदी सरकार आने के बाद बदल दी गई.