रायपुर। विधानसभा में बजट अनुदान मांग पर चर्चा के दौरान भूपेश बघेल ने कहा कि ठग बजट के अंतिम किश्त पर चर्चा चल रही है. उन्होंने कहा कि 15 साल कम नहीं होते, प्रदेश की तस्वीर बदली जा सकती थी. उन्होंने कहा कि पहले छत्तीसगढ़ धान का कटोरा कहलाता था, लेकिन अब कटोरा रह गया है, उसमें से धान गायब हो गया है.

भूपेश बघेल ने कहा कि किसान पस्त है और सरकार तिहार मना रही है. उन्होंने कहा कि जिस वक्त सरकार तिहार मना रही थी, उस वक़्त 60 किसानों ने आत्महत्या कर ली थी. उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश का असंतुलित विकास किया है. उन्होंने कहा कि आदिवासी इलाकों में सिंचाई सुविधा नहीं है. सिंचाई का रकबा बहुत कम है.

भूपेश बघेल ने कहा कि दलहन, तिलहन, मिनी किट में सरकार की स्थिति बेहद कमजोर रही है. वहीं आदिवासी उप योजना में कभी लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया. उन्होंने कहा कि सरकार 2013-14 से लेकर 2016-17 में प्रावधानित राशि तक खर्च नहीं कर पाई.

पंडित श्यामाचरण शुक्ला को याद करते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि सिंचाई के माध्यम में उनकी जमीनी पकड़ रही है. वे जब रायपुर आते थे, तो सिंचाई विभाग के दफ्तर में बैठते थे. भूपेश ने कहा कि आज जितने बड़े बांध नजर आ रहे हैं, वे उन्हीं की देन हैं. वे कहते थे कि किसानों को पानी दे दो, वो अपना रोजगार पैदा कर लेगा. वहीं इंदिरा जी ने जो हरित क्रांति शुरू की थी, उससे देश के किसानों की तकदीर बदल गई थी.

किसानों की हालत दयनीय, फसल औने-पौने दाम पर बेचने को मजबूर- भूपेश बघेल

भूपेश बघेल ने कहा कि कि दुर्भाग्य है कि सरकार किसानों को बाजार नहीं दे पा रही. किसान अपना फसल औने-पौने दाम में बेचने पर मजबूर है. उन्होंने कहा कि किसान लाखों रुपए लेकर अपनी स्थिति सुधारने में लगा हुआ है, लेकिन सरकार ने आदेश निकाला कि गर्मी से जो फसल लेगा, उसकी लाइन काट दी जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार धमकी की वजह से आधे से ज्यादा किसान धान नहीं बो पाए. उन्होंने कहा कि सरकार ने एक भी उद्योगपति से कहा क्या कि भू जल का उपयोग नहीं किया जाएगा. इस पर प्रतिबंध लगाने का क्या कोई आदेश निकाला गया.

भूपेश बघेल ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां भी कहा गया कि स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू की जाएगी, लेकिन नहीं की गई. उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार की तुलना में मनमोहन सिंह की सरकार ने समर्थन मूल्य में 700 रुपए की वृद्वि की थी. उन्होंने कहा कि वाजपेयी सरकार में 5 फीसदी की वृद्धि की गई थी. मनमोहन सरकार में 13.4 फीसदी की वृद्धि हुई थी और 2014 से नरेंद्र मोदी की सरकार चल रही है. इस सरकार में 4.58 फीसदी की वृद्धि हुई है. सबसे ज्यादा वृद्धि मनमोहन सरकार ने किया था.

देश-प्रदेश के किसानों के साथ हुआ धोखा- भूपेश बघेल

भूपेश बघेल ने कहा कि चुनाव के पहले नरेंद्र मोदी कहा करते थे कि उनकी सरकार स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू करेगी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. देश के किसानों के साथ, प्रदेश के किसानों के साथ धोखा किया गया. इसके बाद भी अपने आप को किसान हितैषी सरकार कहती है.

भूपेश बघेल ने कहा कि महानदी का 86 फीसदी पानी छत्तीसगढ़ से होकर जाता है, लेकिन कभी छत्तीसगढ़ और ओडिशा में विवाद नहीं हुआ था. मात्र साढ़े तीन फीसदी पानी का छत्तीसगढ़ उपयोग कर रही है. 14 फीसदी पानी का उपयोग ओडिशा कर रहा है. वहीं बाकी पानी समुद्र में जा रहा है. भूपेश ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार राज्य के हितों की रक्षा नहीं कर पाई. ट्रिब्यूलन का गठन होने दिया. ओडिशा के दबाव में ट्रिब्यूनल का गठन कर दिया गया.

मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय ने विपक्ष पर लगाया आरोप

मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा कि ट्रिब्यूनल का गठन सरकार ने नहीं, सुप्रीम कोर्ट ने किया है और आप कोर्ट का अपमान कर रहे हैं.

अजीत जोगी के जाति मामले में भूपेश बघेल ने निशाना साधा. भूपेश बघेल ने कहा कि बृजमोहन अग्रवाल जी बैठे हैं, जोगी जाति मामले में पिटीशन लगाया था, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का किस तरह से पालन किया गया, क्या ये सभी जानते हैं. दो महीने में कमेटी बनाने का आदेश दिया था कोर्ट ने, लेकिन क्या हुआ?

भूपेश बघेल ने कहा कि महानदी पर जितने भी बैराज बने हैं, उसका पानी उद्योगपति को जा रहा है, किसानों के पास आचमन करने तक का पानी नहीं है. जितने एनीकट बने हैं, कहीं कोई पानी नहीं रुक रहा, केवल रेत रुक रहा है. छत्तीसगढ़ के धन का इस तरह से लगातार अपव्यव हो रहा है. उन्होंने कहा कि पशुधन आज आवारा पशुओं के रूप में दिख रहा है, क्योंकि गांवों में कांजीहाउस नहीं रह गए हैं.

उन्होंने कहा कि गायों के नाम पर आप वोट मांगते हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ में गायों की स्थिति क्या है, पशुओं की स्थिति क्या है, संगठन के लोगों ने आतंक मचा दिया है. भूपेश बघेल ने कहा कि सामाजिक व्यवस्था को आपने शंका के दायरे में ला दिया. कोई पशु धन की खरीद-बिक्री नहीं कर रहा. इसकी वजह से फसल ले पाना मुश्किल हो रहा है. किसानों की दूसरी आय का जरिया पशु पालन ही होता था. गायों की नस्ल सुधार के लिए कोई काम नहीं किया गया है.

गौशालाओं के नाम पर सरकार ने धंधा खोल रखा है- भूपेश बघेल

भूपेश ने कहा कि गौशालाओं के नाम पर सरकार ने धंधा खोल रखा है. जितने भी गौशालाएं चल रही हैं, सब पार्टी के लोग ही हैं. उन्होंने कहा कि पहले गाय के नाम पर वोट मांगते थे, अब गाय के नाम पर नोट छाप रहे हैं.

प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा कि हमने कोई भेद नहीं किया, यदि किसी आदमी ने गलती की है, तो उस पर कार्रवाई भी करते हैं. उन्होंने कहा कि हमने गौशाला चलाने वाले हरीश वर्मा को जेल भेज दिया था, पार्टी से भी निकाल दिया.

भूपेश बघेल ने कहा कि बीमा का लाभ किसानों को नहीं मिल रहा, 96 तहसील में सूखा पड़ गया, आंदोलन करना पड़ा, लेकिन बीमा की राशि कब तक रिलीज होगी. बीमा पॉलिसी अपूर्ण है. उन्होंने कहा कि सरकार धान खरीद रही है दस हजार करोड़ रुपए का, जबकि किसानों को बीमा 5 सौ करोड़ का ही दिया जा रहा है, जो ऊंट के मुंह में जीरे के समान है.