रायपुर। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्थापना दिवस पर आयोजित स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज कई बड़ी घोषणाएँ करते हुए एनएसएस को एक साथ कई सौगातें दी. उन्होंने पुरस्कारों की राशि बढ़ाकर अधिकतम 3 लाख तक कर दी है. वहीं मुख्यमंत्री ने कहा, कि अब राज्य स्तरीय शिविर के लिए 10 लाख तक की राशि दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने पुरस्कार योजना के अंतर्गत संस्थाओं को दिए जाने वाले संस्थागत पुरुस्कार की राशि 10 हजार रूपए से बढ़ाकर 20 हजार रूपए, कार्यक्रम अधिकारी पुरस्कार की राशि 5 हजार से बढ़ाकर 11 हजार रुपए और छात्रों के लिए स्वयंसेवक के पुरस्कार की राशि 4500 रूपए से बढ़ाकर 10 हजार रूपए करने की घोषणा की .

सीएम ने कहा, कि राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से देश के विकास को गति मिली है. एनएसएस में काम करने वाले विद्यार्थियों ने हमेशा राष्ट्र हित के भावना से काम किया है. एनएसएस ने अपने 50 साल के इस कार्य अविधि में न जाने कितने ही ऐसे काम किये हैं जो अतुल्यनीय है. फिर चाहे 1973 में भीषण अकाल के बीच जन सेवा का कार्य हो या फिर उसके बाद साक्षरता, जल प्रबंधन जैसे कार्य. एनएसएस ने गाँधी जी के सपनों को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

गाँवों में सामुदायिक विकास कार्य करने के मामले में राष्ट्रीय सेवा योजना अग्रणी है. राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्र हमेशा महापुरूषों के आदर्शों पर चलकर काम करते हैं. उनके मन में किसी भी नेता या दल के लोगों का प्रभाव नहीं होता. वे शॉटकर्ट के रास्ते नहीं चलते हैं. कठिन चुनौतियों के बीच संघर्ष के बलबुते कार्य करते हैं. समारोह में उपस्थित राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक विद्यार्थियों ने अपने स्थान पर खड़े होकर ताली बजाकर मुख्यमंत्री की इन घोषणाओं का स्वागत किया.