रायपुर. भूपेश बघेल मंत्रिमंडल का मंगलवार को शपथ ग्रहण हुआ. कांग्रेस के दिग्गज विधायकों को पीछे छोड़कर मंत्री पद की शपथ लेने वाले खरसिया के विधायक 34 वर्षीय उमेश पटेल मंत्रिमंडल के सबसे कम उम्र के मंत्री हैं.
पूर्व प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नंद कुमार पटेल के पुत्र उमेश पटेल अपने पिता की झीरम घाटी में नक्सली हमले में हुई मौत के बाद खरसिया विधानसभा सीट पर न केवल उनकी बल्कि एक तरह से कांग्रेस की विरासत को संभाल रहे हैं, क्योंकि खरसिया कांग्रेस का अभेद किला माना जाता है, जहां कांग्रेस का प्रत्याशी कभी पराजित नहीं हुआ है.इस बार विधानसभा चुनाव के दौरान उमेश पटेल का मुकाबला आईएएस की नौकरी छोड़कर भाजपा के झंड़े पर राजनीतिक सफर शुरू करने वाले ओपी चौधरी से था, जिन्हें उन्होंने 16967 मतों के बड़े अंतर से पराजित किया.
वर्ष 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में उमेश पटेल ने भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले डॉ. जवाहर लाल नायक को 38,888 मतों के बड़े अंतर से पराजित किया था. लेकिन कांग्रेस के बहुमत हासिल नहीं कर पाने की वजह से उन्हें विपक्ष में बैठना पड़ा था. अब कांग्रेस से सत्ता में आने के बाद उन्हें मंत्रिमंडल में स्थान मिला है, अब सवाल यह है कि उन्हें कौन का विभाग दिया जाएगा.