नई दिल्ली. दो हफ्ते में हेराल्ड हाऊस खाली करने के हाईकोर्ट के आदेश के अगले दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यहां पहुंचे हैं. मंत्रीमंडल विस्तार के लिए दो दिन से दिल्ली में मौजूद मुख्यमंत्री बघेल के हेराल्ड हाऊस जाने के राजनीतिक मायने हैं.
भूपेश बघेल अपने सहयोगियों के साथ दोपहर करीब डेढ़ बजे हेराल्ड हाऊस पहुंचे. गौरतलब है कि शुक्रवार को ही दिल्ली हाईकोर्ट ने हेराल्ड हाऊस दो हफ्ते के भीतर खाली करने का निर्देश दिया है. कोर्ट ने केंद्र सरकार के हेराल्ड हाऊस खाली करने के आदेश के खिलाफनेशनल हेराल्ड के प्रकाशक एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी.
.@NH_India के दफ़्तर पहुंचकर आत्मिक संतोष मिला। 'नवजीवन' और 'नेशनल हेराल्ड' हमारी सांस्कृतिक और राजनीतिक विरासत की मिसाल हैं और हम इसके ख़िलाफ़ हर षडयंत्र को नाकाम करेंगे।@MrinalPande1 @zafaragha70 और पूरी टीम के जज़्बे को सलाम। pic.twitter.com/7yPQtbkstA
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 22, 2018
भूपेश बघेल इस वक्त दिल्ली में मंत्रीमंडल विस्तार के सिलसिले में हैं. आज ही शाम उनकी राहुल गांधी से मुलाकात है. इस बीच वे नेशनल हेराल्ड और नवजीवन के दफ्तर भी भूपेश गए हैं. भूपेश ने यहां पहुंचकर ये संदेश देने की कोशिश की है कि हेराल्ड पर मंडरा रहे इस संकट की घड़ी में वे साथ खड़े हैं. भूपेश बघेल तीनों राज्यों के नव नियुक्त मुख्यमंत्रियों में पहले मुख्यमंत्री हैं जो यहां पहुंचे हैं.
नेशनल हेराल्ड दिल्ली और लखनऊ से प्रकाशित होने वाला अंग्रेज़ी समाचार-पत्र था. इसकी शुरुआत लखनऊ में 1938 में जवाहर लाल नेहरु ने हुई थी. 2008 में इसका प्रकाशन बन्द हो गया था. लेकिन फिर से 1 जुलाई 2017 से इसका प्रकाशन दोबारा शुरु कराया गया.