रायपुर। गाँधी विचारयात्रा के पहले चरण के समापन के मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गाँधी के विचारों के साथ-साथ भारतीय सनातन परंपरा, धर्म, रीति-नीति और वर्तमान राजनीतिक वातावरण पर बात की. उन्होंने इस मौके पर बिना नाम लिए जहाँ मोदी सरकार, भाजपा और संघ पर निशाना साधा, वहीं उन्होंने हिंदू कौन हैं यह बताकर,  यह भी समझाने की कोशिश कर दी कि कांग्रेस पार्टी कभी भी हिंदू विरोधी या धर्म विरोधी पार्टी नहीं रही है. भूपेश बघेल राम पर तो लगातार बोल ही रहे हैं, उन्होंने भगवान कृष्ण के साथ अन्य देवातओं और हिंदू धर्म के बारे में खुलकर कहा.

उन्होंने कहा, कि भारत के जनतंत्र में धर्म का आवरण भी है. राम हमारे जीवन के हर कण-कण में है. तुलसी के भी राम है, कबीर के भी राम है, रहीम के भी राम है, छत्तीसगढ़ के गलियों में राम है. राम तो सभी के आराध्य हैं. राम तो वनवासियों के भी हैं. हम कृष्ण को पूजे, राम को पूजे, मंदिर में पूजे या घर में पूजे, या न भी पूजे तब भी हम हिंदू हैं, हम किसी को माने या न माने तब भी हम हिंदू हैं. जो नास्तिक हैं वो भी हिंदू, जो आस्तिक हैं वो भी हिंदू. हमारे समाज में इसमें विस्तार से बताया गया है.

इसी के साथ ही भूपेश बघेल ने हिंदू धर्म या अन्य किसी धर्म के नाम धार्मिक कट्टरता फैलाने वालों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा आज पूँजीवादी, साम्राज्यवादी ताकते, जो कट्टरता है, धार्मिक चोला पहनकर आई है, उन्हें पहचानने की जरूरत है, उन्हें समझने की जरूरत है. मैं आप सबसे यही कहना चाहता हूँ कि वे आपके सामने उन मूल्यों के पैरोकार, हिमायती बनकर आते हैं, उनके चेहरे पहले चौकीदार और आखिरी में तानाशाह के रूप में सामने आ रहे हैं. वहीं उन्होंने यह भी कहा, कि स्वघोषित पहरेदार धर्म आतंक तक लेकर जाता है. इससे बचने की जरूरत है.