आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। हाल ही में दुर्ग जिले में नसबंदी ऑपरेशन के बाद दो महिलाओं की मौत के मामले ने अब बड़ा राजनीतिक मोड़ ले लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घटना पर गहरी चिंता जताते हुए राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पूरे छत्तीसगढ़ में व्यापक पैमाने पर दवाइयों में गड़बड़ी हो रही है। जब भी भाजपा की सरकार आती है, तब नकली दवाइयों की सप्लाई बढ़ जाती है।

भूपेश बघेल ने याद दिलाया कि प्रदेश में पहले भी नसबंदी कांड और गर्भाशय कांड जैसे गंभीर मामले सामने आ चुके हैं और अब एक बार फिर नसबंदी कांड में दो लोगों की मौत से राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। उनका कहना है कि यह घटनाएं किसी एक जिले तक सीमित नहीं हैं, बल्कि पूरे प्रदेश में दवाइयों की गुणवत्ता को लेकर बड़ा खेल चल रहा है। बघेल ने कहा कई लोगों ने मुझसे कहा है कि अब वे सरकारी दवाइयों का उपयोग नहीं करेंगे, क्योंकि उन्हें भरोसा नहीं रहा।

पूर्व सीएम बघेल ने इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए कहा कि अगर सरकार ने समय रहते कदम नहीं उठाए, तो यह समस्या और भयावह रूप ले सकती है।

यह है पूरा मामला

बता दें कि शनिवार, 8 नवंबर को दुर्ग जिला अस्पताल में नसबंदी ऑपरेशन के दौरान दो महिलाओं की मौत हो गई थी। प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि यह मौत सर्जरी के दौरान दी गई दवा के रिएक्शन से हुई है।

नौ सर्जरी हुई, दो महिलाओं की मौत

जानकारी के अनुसार, शनिवार को मदर-चाइल्ड यूनिट में कुल नौ सर्जरी की गईं। इनमें पूजा की केवल नसबंदी थी, जबकि किरण की सिजेरियन के साथ नसबंदी की गई।

पहला मामला बजरंग नगर (दुर्ग) निवासी पूजा यादव (27 वर्ष) का है, जो नसबंदी ऑपरेशन के लिए जिला अस्पताल पहुंची थी। ऑपरेशन के दौरान उसे अचानक झटके आने लगे और शरीर में अकड़न महसूस हुई। हालत बिगड़ने पर उसे आईसीयू में भर्ती किया गया, जहां कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई।

दूसरा मामला सिकोला भाटा निवासी किरण यादव (30 वर्ष) का है। महिला ने उसी दिन सुबह सिज़ेरियन ऑपरेशन के जरिए बच्चे को जन्म दिया था। इसके बाद जब उसकी नसबंदी की जा रही थी, तभी उसे भी झटके आने लगे और शाम तक उसने भी दम तोड़ दिया। परिजनों ने बताया कि किरण पूरी तरह स्वस्थ थी और अचानक उसकी तबीयत बिगड़ना सभी के लिए सदमे जैसा था। पूजा यादव के दो छोटे बच्चे हैं, जबकि किरण यादव का नवजात शिशु है।