रायपुर. राज्योत्सव के अवसर पर भूपेश कैबिनेट ने आज बेरोजगारों के लिए बड़ा निर्णय लिया है. सरकार कुछ जिलों में शिक्षकों की भर्ती करने जा रही है. कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया कि ये भर्तियां व्यापमं द्वारा की जा रही 15 हजार भर्तियों के अतिरिक्त होंगे. सरकार ये भर्ती बस्तर विकास प्राधिकरण, सरगुजा विकास प्राधिकरण और मध्य क्षेत्र विकास प्राधिकरण के कनिष्क चयन बोर्ड के माध्यम से करेगा. जिलों के स्थानीय लोगों को शिक्षक बनने का अवसर मिलेगा.

गौरतलब है कि पिछले दिनों सरकार ने शिक्षक, लेक्चरार व सहायक शिक्षक के पदों पर 14 हजार 5 सौ 80 पदों के लिए आवेदन मंगाए थे. लेक्चरार ग्रेड 2 के 3177 पद, असिस्टेंट टीचर साइंस के 1200 पद, असिस्टेंट टीचर इंगलिश के 306 पद, इंगलिश टीचर के 456 पद, असिस्टेंट टीचर साइंस के 4000 पद, टीचर के 2896 पद निकाले गए.

कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने मंत्रि मंडल की बैठक के बाद बताया कि जिला स्तर की नियुक्तियों में नई आरक्षण व्यवस्था लागू होने से आदिवासी अंचल के कई जिलों में आरक्षण 100 प्रतिशत से ज़्यादा हो रहा था. उन्होंने कहा कि जिले बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा, नारायणपुर, कोंडागांव हैं. लिहाज़ा इन जिलों में आरक्षण की व्यवस्था में परिवर्तन करते हुए मंत्रि मंडल ने ये तय किया है यहां पिछड़ा वर्ग और सामान्य गरीब के लिए आरक्षण की व्यवस्था उस जिले में इनकी आबादी के हिसाब से तय किया जाए.