रायपुर। मंदी के दौर में जहां लोगों की नौकरियां खतरे में हैं, ऐसे समय में प्रदेश सरकार द्वारा 10 महीने के भीतर सूबे में साढ़े पांच लाख लोगों को रोजगार दिये जाने का दावा किया जा रहा है. इतने कम समय में बनाए गए रिकॉर्ड आंकड़ों को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश में मंदी का असर नहीं हुआ है बल्कि रोजगार के नए अवसर पैदा किये गए. उन्होंने पीएम मोदी को भी ऐसा ही करने का सलाह दिया है.
सीएम ने कहा कि अर्थव्यवस्था को किस दिशा में ले जाना है यह महत्वपूर्ण है. भारत सरकार हो या राज्य सरकार. सब के पास जो राशि है वह सीमित है उसका उपयोग कैसे अच्छे से किया जाए. छत्तीसगढ़ सरकार ने इस राशि का उपयोग किसानों और गरीबों के जेब में डालने का काम किया. इस कारण से यहां मंदी का असर नहीं हुआ और रोजगार के नए अवसर हुए. यही काम भारत सरकार को करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह जब प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने इस प्रकार मनरेगा शुरू करके दुनिया में जो मंदी थी उसे हिंदुस्तान से बाहर रखा. आज उसी के पद चिन्हों पर चलते हुए हम लोगों ने छत्तीसगढ़ में किसानों के गरीबों के आदिवासियों के जेब में पैसा डालने का काम किया. लेकिन भारत सरकार ने एक लाख 74 हजार करोड़ रुपए आरबीआई से निकालकर सीधा कार्पोरेट हाउस को देकर लाभ पहुंचाया. मंदी में उसका कोई असर नहीं हुआ बेरोजगारी बढ़ी है.
आपको बता दें सरकार के जनसंपर्क विभाग द्वारा सोमवार को आंकड़े जारी किये गए थे. जिसमें कहा गया है कि भूपेश बघेल के नेतृृत्व में सरकार बनने के बाद माह जनवरी से अक्टूबर तक 10 माह में प्रदेश में 5 लाख 41 हजार 259 लोगों को रोजगार प्रदान किया गया है. इनमें से ग्रामीण क्षेत्रों में 5 लाख 10 हजार 117 लोगों को शासकीय सेवा के क्षेत्र में 20 हजार 502 लोगों को और उद्योगों में 10 हजार 640 लोगों को रोजगार प्रदान किया गया है.