रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी दफ्तर में पत्रकार को पीटने की घटना की निंदा करते हुए कहा कि उनका अब प्रजातंत्र में विश्वास नहीं रहा. बीजेपी अब अपनी हार की खीझ पत्रकारों पर निकाल रही है. उन्होंंने कहा कि ये बेदह गंभीर मामला है. यदि इस तरह से किया जाएगा तो प्रजातंत्र के चौथे स्थान पर हमला माना जाएगा. वैसे भी हम लोग पत्रकार सुरक्षा कानून लाने वाले हैंं. ये जो घटनाएं हुई हैं उसे लगता है कि और जल्द तेजी से करना पड़ेगा.
भूपेश बघेल ने राजीव अग्रवाल को जमानत मिलने पर बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा उनका फूलमाला से स्वागत किए जाने पर कहा कि पत्रकारों और मीडिया हाऊस को इस घटना से समझ जाना चाहिए कि जो पत्रकारों को पीटेगा, बीजेपी उसे सम्मानित करेगी. भूपेश बघेल ने कहा कि बीजेपी तानाशाह पार्टी है. उसका असली चेहरा अब सामने आ चुका है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस दफ्तर में भी कई बार इस तरह की स्थिति बनी है. लेकिन कांग्रेस ने कभी पत्रकारों को नहीं रोका. कार्यकर्ता उलझ जाते हैं. उन्हें मनाया-समझाया जाता है. लेकिन बीजेपी के लोग खुद लड़ रहे हैं और पत्रकारों के साथ मारपीट कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन ने इस पर कार्यवाही की है.
उन्होंने बीजेपी से सवाल पूछा है कि क्या उनका प्रजातंत्र पर विश्वास नहीं है. जिस तरह से संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर कर रहे हैं, उसी तरह से चौथे स्तंभ को भी कमजोर किया जा रहा है. बस्तर में पत्रकारों के साथ क्या इन लोगों ने किया है, अब सरकार में नहीं है तब सारी खीझ पत्रकारों पर निकाल रहे हैं. भूपेश बघेल ने कहा कि बीजेपी के पास मौका है 5 साल में अपनी कमजोरी ढूंढे. लेकिन वे अपना गुस्सा, खीज पत्रकारों पर निकाल रहे हैं , यह बेहद गंभीर मामला है.
राजीव अग्रवाल का स्वागत करने पर जताया आश्चर्य
राजीव अग्रवाल को कार्यकर्ताओं द्वारा माला पहनाकर स्वागत किए जाने पर भूपेश ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि पत्रकारों को और मीडिया हाउस को यह समझ जाना चाहिए कि जो पत्रकारों को पिटेगा भाजपा के लोगे उसका सम्मान किया जाएगा यह तानाशाही प्रवृत्ति के लोग हैं. इनका असली चेहरा सामने आ चुका है.