रायपुर. भारी हंगामे भरे प्रदर्शन के सफर के बाद आखिरकार भूपेश बघेल सदन में पहुंच ही गए. सदन में अंदर आते ही उन्होंने कहा कि कांग्रेसी विधायकों को तीन जगह रोका गया. विधानसभा के गेट से भी उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया. उन्होंने कहा इस पर कार्रवाई की जाए. इसी दौरान धनेन्द्र साहू ने कहा कि बैलगाड़ी से आने से विधायकों को कैसे रोका जा सकता है ? कोई नियम नहीं है बैलगाड़ी से नहीं आने का, उन्होंने इसे विधायकों को रोका गया ये विशेषधिकार का हनन करार दिया.

इसके बाद भूपेश बघेल ने कहा कि इस पर तत्काल कार्यवाही होनी चाहिए. इसके बाद ही सदन की कार्यवाही आगे बढ़ाना चाहिए.भूपेश ने कहा महिला विधायकों को तीजा के दिन धूप में घंटों रोका गया है, हम सरकार से जानना चाहते हैं कि सरकार इस पर क्या कार्रवाई कर रही है. अजय चंद्राकर ने कांग्रेस के सदस्यों के नारेबाजी पर आपत्ति की. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पेट्रोल बहुत महंगा हो गया है मंत्री आग में पेट्रोल डालने का काम ना करें.

आसंदी से देवजीभाई पटेल ने कहा कि परिसर में आने की मान्य परंपरा और नियम है. जिसके बाद विपक्ष के सदस्यों ने सदन में नारेबाजी शुरू कर दी. आसंदी ने कहा कि किसी को सदन में आने से नहीं रोका जा रहा है. नियम प्रक्रिया के तहत सदस्यों को सदन में आना चाहिए.  नेता प्रतिपक्ष ने सदन में जानकारी दी कि स्पीकर से इस मामले में अलग से चर्चा हो गई है. विधायकों को सदन में आने देने की व्यवस्था की जा रही है. भूपेश बघेल ने कहा हमने कल ही कह दिया था कि बैलगाड़ी में आएंगे, ये भी स्पष्ट कर दिया था कि कोई कार्यकर्ता नहीं होगा सिर्फ विधायक ही होंगे उसके बाद भी हमें जगह जगह रोका गया. एसपी-कलेक्टर, एसडीएम से लेकर पूरा प्रशासन लगा दिया गया. सदन में गृहमंत्री बैठे हैं उनका जवाब आना चाहिए. सभापति देवजीभाई पटेल ने कहा- विधानसभा में प्रवेश की अपनी व्यवस्था है. सदस्यों की आपत्ति संज्ञान में आ गई है. जल्द व्यवस्था देंगे. वहीं  कांग्रेसी विधायकों ने कहा आरोपी-आतंकवादी की तरह हम लोगों को रोके रखा.

संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर ने कहा

जब भी सत्र नोटिफाई होता है तब विधानसभा व्यवस्था देती है. सदन में पहली बार ये देखने मिल रहा है कि आसंदी की व्यवस्था पर नारेबाजी हो रही है. चंद्राकर ने कहा कि किसी तरह का विशेषाधिकार भंग नहीं हुआ है. यदि आप अनुमति दें तो हम बहस के लिए तैयार हैं.

इस पर भूपेश बघेल ने कहा

 पूरा प्रशासन लगा था हमे रोकने के लिए. किसके आदेश पर रोका जा रहा था. सदस्यों को विधानसभा आने से रोका जा रहा था.

पीपी पांडेय बोले- प्रशासन व्यावस्था बनाने मजबूर हो गई

इसके बाद प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा कि प्रशासन व्यवस्था बनाने के लिए मजबूर हो गई. कैसे विधानसभा आना है आप सब जानते हैं. ये आपका नाटक है.  ये विशेषाधिकार हनन नहीं है. जिसके बाद विधायकों ने सदन में नारेबाजी शुरू कर दी. इसके बाद सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि विधानसभा में आने के लिए मोड़ ऑफ ट्रांसपोर्ट कहीं नहीं लिखा गया है. आप बैलगाड़ी से आने से नहीं रोक सकते हैं. इस पर पांडेय ने कहा कि प्रवेश पत्र के आधार पर परिसर में प्रवेश कर सकते हैं.