रायपुर. कोरोना संक्रमण के बीच प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी की पहली बैठक रविवार को वीडियो कॉफ्रेसिंग के जरिए हुई. इस बैठक में कोरोना संक्रमण के बीच राहत उपायों और सरकार के कामकाज पर चर्चा की गई. प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने लॉकडाउन के बीच सरकारी मदद पहुंचाने के प्रयासों की सराहना की. साथ ही उन्होंने कहा कि कई सक्षम लोगों को मदद पहुंचाने की भी मांग हो रही है. ऐसी स्थिति में पदाधिकारी खुद मदद के लिए आगे आ सकते हैं. भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार मजदूर-दिहाड़ी वर्ग को मदद करने में पूरी ताकत से लगी है.
पुनिया ने पदाधिकारियों को व्यक्तिगत स्तर पर जरूरतमंदों की मदद के लिए कहा है. प्रदेश प्रभारी ने कहा कि कई पदाधिकारी पार्टी के वॉटसएप ग्रुप में लंबी चौड़ी लिस्ट भेजकर मदद का आग्रह कर रहे हैं. कई सक्षम लोगों को मदद पहुंचाने का आग्रह हो रहा है. कोई वैल्लोर इलाज के लिए गया था वहां पैसा खत्म हो गया. ऐसे जान पहचान के लोगों की पार्टी पदाधिकारी व्यक्तिगत स्तर पर मदद कर सकते हैं. सक्षम लोगों को व्यक्तिगत स्तर पर मदद पहुंचा सकते हैं.
चर्चा में प्रदेश प्रभारी ने सीएम सहायता कोष में ज्यादा से ज्यादा मदद के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए कहा. पुनिया ने कहा कि भिलाई स्टील प्लांट और सार्वजनिक उपक्रम व बड़े उद्योग पीएम केयर्स फंड में धनराशि दे रहे हैं. पीएम केयर्स कंपनी एक्ट के तहत रजिस्टर्ड है. इसमें डीएमएफ फंड से धनराशि देने का आग्रह हो रहा है. जबकि सीएम सहायता कोष विशुद्ध रूप से चेरिटेबल है और इसमें बड़े उद्योगों को भी धनराशि देने के लिए प्रेरित करना चाहिए.
पुनिया ने जरूरतमंदों की मदद कर रहे पदाधिकारियों की दिक्कतों का भी जिक्र किया. इसको लेकर जिला प्रशासन को जानकारी देनी चाहिए. कुछ जिलों सेपदाधिकारी और कई विधायकों ने गरीबों का राशन कार्ड नहीं बन पाने की बात कही है. खाद्यमंत्री को इस विषय में तत्काल कार्यवाही के निर्देश पुनिया जी ने दिये.
एनजीओ को भी सहयोग करें
यह बात सामने आ रही है कि जरूरतमंदों की सहायता में जुटे एनजीओ से सहायता सामग्री पुलिस लाइन या निगम में जमा करने के लिए कहा जा रहा है. इसको लेकर जिला स्तर पर निर्देश भी जारी किए गए हैं. प्रदेश प्रभारी ने कहा कि कई अच्छे एनजीओ खुद सहायता सामग्री वितरित करते हैं.इसके लिए उन्हें सहयोग दिया जाना चाहिए.