सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर. छत्तीसगढ़ देश का दूसरा राज्य होगा, जिसे महाराष्ट्र के बाद नेशनल पार्क क्षेत्र में वन संसाधन मान्यता पत्र दिया जाएगा. इससे वनवासियों को रोजगार के साथ-साथ आय के लिए अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध होंगे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जगदलपुर विधानसभा के मंगलपुर में आयोजित भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान यह घोषणा की. इसके साथ ही कोटमसर क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने आदिवासी युवकों को 15 जिप्सी वाहन दिये जाएंगे.
बता दें कि, सुकमा के दोरनापाल, कूकनार और तोंगपाल में भी स्वामी आत्मानंद स्कूल आरंभ किए जाएंगे. कनकापाल से लेदा और जीरम से एलमनार तक सड़क बनेगी. मावलीपदर, नेतानार, पंडरीपानी और माड़पाल में आदर्श देवगुड़ी की स्थापना होगी. मंगलपुर में मुख्यमंत्री से बाड़ी में फल-सब्जी का उत्पादन कर रही समूह की महिलाओं और किसानों से संवाद किया और बताया कि बाड़ी प्रोत्साहन की योजनाओं से उनके आय में विशेष वृद्धि हुई है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि, हम लोग 65 प्रकार के लघु वनोपज खरीद रहे हैं. समर्थन मूल्य पर कोदो, कुटकी, रागी खरीद रहे हैं. इस पर मूल्य संवर्धन कर रहे हैं. इससे पहले मुख्यमंत्री ने ग्रामीण नीलू बघेल के घर भोजन भी किया. ग्रामीणों को भेंट मुलाकात में बताया कि, आज यहां का पपीता मैंने खाया है. बहुत अच्छा लगा. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने दिव्यांग बालिका काम्या को ट्रायसायकल दी.
मुख्यमंत्री ने वनोपज संग्राहकों से विशेष रूप से चर्चा की. उन्होंने पूछा कि सबसे महंगा लघु वनोपज कौन सा है. ग्रामीण जनों ने बताया कि लाख सबसे कीमती वनोपज है. इसकी कीमत 325 रुपए है. मुख्यमंत्री ने कहा कि, सबसे कीमती वनोपज चिरौंजी चार है. नेट लगाकर इसका संग्रहण किया जाए तो ज्यादा रेट मिलेगा.
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