मदनगंज-किशनगढ़. अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ पुलिस मुख्यालय द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत किशनगढ़ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए भारी मात्रा में डोडा पोस्त की खेप पकड़ी. पुलिस ने डोडा पोस्त के कट्टों से भरा ट्रक जब्त कर आरोपी चालक को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस द्वारा बरामद किए गए 32 क्विटंल 63 किलो 700 ग्राम अवैध डोडा पोस्त छिलका की बाजार कीमत 5 करोड़ रुपए आंकी गई. जयपुर हाइवे स्थित जोधपुर विश्नोई होटल पर मिले ट्रक में टाटा स्टील पत्ती की आड में मादक पदार्थ की तस्करी की जा रही थी. राजस्थान पुलिस मुख्यालय द्वारा चलाए जा रहे अवैध मादक पदार्थों की धरपकड़ एवं रोकथाम अभियान के तहत पुलिस महानिरीक्षक अजमेर रेंज लता मनोज के निर्देशन, पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार विश्नोई के सुपरविजन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण दीपक शर्मा, वृत्ताधिकारी वृत्त किशनगढ़ शहर महिपाल चौधरी के नेतृत्व में कार्रवाई अमल में लाई गई.
पुलिस के पास नशीले पदार्थ की बड़ी खेप निकलने की पुख्ता सूचना पर जिला पुलिस टीम एवं किशनगढ़ पुलिस टीम अलर्ट मोड में रही. गांधीनगर एसएचओ अशोक बिशु को मुखबिर के जरिए किशनगढ़ हल्के में डोडा पोस्त से भरे ट्रक के होने की सूचना मिली. जिस पर किशनगढ़ थानाधिकारी रूपाराम मय टीम दौराने नाकाबंदी जयपुर-किशनगढ़ एनएच-8 हाईवे पर कार्यवाही करने पहुंची. जहां पर एक ट्रक जोधपुर विश्नोई होटल के बाहर खड़ा मिला. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चालक को दबोच कर ट्रक की तलाशी ली. ट्रक में 147 प्लास्टिक के कट्टों में कुल 32 क्विंटल 63 किलो 700 ग्राम अवैध डोडा पोस्त छिलका भरा हुआ पाया गया. मौके पर पुलिस ने आरोपी ट्रक चालक मंडलाकलां पुलिस थाना लोहावट, फलौदी निवासी रामनारायण पुत्र राणाराम विश्नोई को गिरफ्तार किया गया. किशनगढ़ पुलिस द्वारा पूछताछ के साथ ही आरोपी चालक के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया गया. जब्तशुदा माल की बाजार में अनुमानित कीमत करीबन पांच करोड़ रुपए है.
ये थे पुलिस टीम में
डोडा पोस्त की भारी खेप पकड़ने में पुलिस टीम में किशनगढ़ सीआई रूपाराम, एएसआई गोविन्द, हेडकांस्टेबल सुरेश, कांस्टेबल रामकुमार, प्रदीप, हरिनारायण, तेजाराम, अखेराम, रामविलास, शंकरराम शामिल रहे. इसके अलावा गांधीनगर थाना प्रभारी अशोक बिशु, साईक्लोन सेल अजमेर एएसआई रणवीर, कार्यालय अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय से एस आई हुकमाराम सारण, गांधीनगर थाना हेड कांस्टेबल बीरबल, कांस्टेबल नन्दाराम, हनुमान सहाय, नन्दराम एवं डीएसटी अजमेर से कांस्टेबल गजेन्द्र का विशेष योगदान रहा.