रोहित कश्यप, मुंगेली। धान शॉर्टेज और गबन मामले में जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है. तरवरपुर धान खरीदी केंद्र प्रभारी भूपेंद्र बंजारा के खिलाफ फास्टरपुर थाना में एफआईआर दर्ज किया गया है. वहीं सहकारी समिति छटन और धान खरीदी प्रभारी के खिलाफ भी 48 लाख रुपये गबन के मामले में एफआईआर दर्ज किया गया है.

धान शॉर्टेज मामले में तरवरपुर धान खरीदी केंद्र प्रभारी के खिलाफ गबन और धोखाधड़ी (अमानत में खयानत) के धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया गया है. यह कार्रवाई 20 लाख रुपये से अधिक के 650 क्विंटल धान की कमी पाए जाने के बाद की गई है. सेवा सहकारी बैंक के पर्यवेक्षक, प्रबधंक और सहकारिता विस्तार अधिकारी की संयुक्त टीम ने भौतिक सत्यापन किया. जिसमें 650 क्विंटल धान की कमी पाई गई.

छटन में भी 48 लाख रुपये गबन मामले में एफआईआर

वहीं सहकारी समिति छटन के प्रबंधक पवन यादव और धान खरीदी प्रभारी चंद्रप्रकाश अंचल के विरुद्ध भी फास्टरपुर थाना में एफआईआर दर्ज की गई है. यह कार्रवाई 48 लाख 61 हजार रुपये के गबन और अनियमितता को लेकर हुई है. जिसमें वर्ष 2022-23 बारदाना गबन – 1501747.87, 22-23 खाद में गबन- 1501010 और 23-24 खाद में गबन 1792505, 23-24 बीज में गबन 65820 रुपये है. इस प्रकार कुल 48 लाख 61 हजार 82 रुपये गबन की पुष्टि होने पर जांच समिति के प्रतिवेदन के अनुसार यह कार्रवाई की है. यह पूरा मामला खाली बारदाने की राशि, खाद और बीज की राशि गबन करने को लेकर था. यही वजह है कि अमानत में खयानत, गबन और धोखाधड़ी के धाराओं के तहत फास्टपुर थाने में मामला दर्ज हुआ है.

धान गबन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा – ARCS

इन दोनों प्रकरण को लेकर जानकारी देते हुए सहकारिता विभाग के सहायक आयुक्त हितेश कुमार श्रीवास ने लल्लूराम डॉट कॉम को बताया कि कलेक्टर राहुल देव के निर्देश पर बड़े पैमाने पर धान उपार्जन केंद्रों में धान शॉर्टेज की आशंका को लेकर भौतिक सत्यापन कराई जा रही है. इस दौरान जहां भी धान गबन और धोखाधड़ी की पुष्टि हो रही है. वहां एफआईआर दर्ज कराई जा रही है और ऐसे मामले में संलिप्त किसी भी दोषी कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा.