नई दिल्ली। दिल्ली के उपराज्पाल विनय कुमार सक्सेना (Vinai Kumar Saxena) ने भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्रवाई की है. उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) के कार्यालय में कार्यरत एक उप सचिव और दो सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) को भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित कर दिया है. सूत्रों ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री कार्यालय में उप सचिव के पद पर तैनात प्रकाश चंद्र ठाकुर, वसंत विहार के एसडीएम हर्षित जैन और विवेक विहार के एसडीएम देवेंद्र शर्मा को निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई (Disciplinary Action) करने के आदेश दिए गए हैं.

दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना

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चारों अधिकारियों पर निलंबन की कार्रवाई

उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के निर्देश पर इन चारों अधिकारियों पर निलंबन की कार्रवाई की गई है. मुख्य सचिव की ओर से 21 जून को आदेश जारी किए गए थे. मुख्यमंत्री कार्यालय में नियुक्त उप सचिव प्रकाश चंद्र ठाकुर (एडहॉक दानिक्स अधिकारी) पर उस मामले में कार्रवाई हुई है, जब वो नरेला में एसडीएम थे. इनके अलावा दक्षिणी जिला अंतर्गत सब रजिस्ट्रार ऑफिस वी (ए) हौजखास के सब रजिस्ट्रार और ग्रेड एक दास अधिकारी डीसी साहू को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है. इन सभी के खिलाफ विभागीय जांच की जा रही है.

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भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस

ये कार्रवाई उपराज्यपाल वीके सक्सेना की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति को बताती है. उन्होंने सरकार में ईमानदारी सुनिश्चित करने की कोशिश की है. बता दें कि उपराज्यपाल ने सोमवार को दिल्ली विकास प्राधिकरण के दो सहायक इंजीनियरों को कालकाजी एक्सटेंशन में ईडब्ल्यूएस फ्लैट के निर्माण में खामी पाए जाने पर निलंबित कर दिया था.

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