सुशील खरे, रतलाम। मध्यप्रदेश के रतलाम से कांग्रेस महापौर प्रत्याशी मयंक जाट ने एक बड़ी घोषणा कर सभी को चौंका दिया है। उन्होंने महापौर बनने पर किसी भी प्रकार का वेतन-भत्ता और सरकारी सुविधाएं नहीं लेने की शपथ ली है। उन्होंने कहा कि वे अपनी तकदीर नहीं, रतलाम की तस्वीर बदलना चाहते हैं। उनके इस निर्णय की सोशल मीडिया पर काफी प्रतिक्रिया हो रही है।

मध्यप्रदेश में इस समय निकाय चुनाव पूरे शबाब पर है। जनता को लुभाने के लिए नेता कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। रतलाम से कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी मयंक जाट ने बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि यदि वे महापौर पद पर चुने जाते हैं, तो वो किसी भी प्रकार का न तो भत्ता लेंगे और ही वेतन, कोई सरकारी सुविधाओं का भी उपयोग नहीं करेंगे। कांग्रेस प्रत्याशी ने सोशल मीडिया पर घोषणा की है।

उन्होंने कहा है कि मैं जनता का सेवक हूं। घोषणा नहीं वचन दिया है।रतलाम की जनता के सामने नतमस्तक होकर यह सार्वजनिक वचन देता हूं कि यदि आप मुझे महापौर पद के लिए सेवा का अवसर देते हैं तो मैं न कोई भत्ता लूंगा, न कोई वेतन। मयंक का कहना है कि मैं सामान्य जन की तरह ही कर्तव्य पथ पर चलूंगा।

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बता दें कि मयंक जाट छात्र राजनीति से ही सक्रिय हैं। एनएसयूआई के अध्यक्ष चुने जान के बाद लगातार सक्रिय रहते हुए वर्तमान में जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष हैं। उन्हें युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया का विशेष समर्थन प्राप्त है। ‘नर को नारायण’ मानने वाले मयंक के फेसबुक पेज पर 9 हजार से ज्यादा फलोअर्स हैं और 4900 से अधिक लोग फेसबुक एकाउंट से ही जुड़ें।

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