चेन्नई। शहरी निकाय चुनावों से पहले, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और द्रमुक सुप्रीमो एमके स्टालिन ने घोषणा की कि आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे पार्टी सदस्यों को चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं दिया जाएगा।
रविवार को द्रमुक अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं से सुशासन सुनिश्चित करने के लिए द्रमुक के नेतृत्व वाले गठबंधन की जीत के लिए काम करने का आग्रह किया।
स्टालिन ने कहा कि चुनाव की तैयारियों को लेकर जिला सचिवों, पार्टी सांसदों और विधायकों से पहले ही विचार-विमर्श किया जा चुका है।
पार्टी कार्यकर्ताओं से सहयोगी दलों के साथ सीटों के बंटवारे की व्यवस्था सुनिश्चित करने का आग्रह करते हुए स्टालिन ने कहा कि उसके बाद पार्टी उम्मीदवारों का चयन सेना की भर्ती प्रक्रिया की तरह सावधानीपूर्वक किया जाना चाहिए।
सांप्रदायिक राजनीति को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए स्टालिन ने अपनी पार्टी के लोगों से भाजपा और उसकी सहयोगी अन्नाद्रमुक का पर्दाफाश करने और गैर-धर्मनिरपेक्ष ताकतों को राज्य में जड़ें जमाने से रोकने का आग्रह किया।
शहरी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए मतदान 19 फरवरी को होगा और मतदान और मतगणना 22 फरवरी को होगी। तमिलनाडु के 21 निगम, 138 नगरपालिका और 490 नगर पंचायत दांव पर हैं।