चंडीगढ़। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और अकाली दल के प्रवक्ता मनजिंदर सिंह सिरसा ने बुधवार को भाजपा का दामन थाम लिया था. अब कयास लगाए जा रहे हैं कि और भी कई बड़े नेता बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. अगर ऐसा होता है, तो शिरोमणि अकाली दल को बड़ा झटका लग सकता है. सिरसा के भी भाजपा में चले जाने से शिरोमणि अकाली दल को काफी नुकसान पहुंचा है. मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि सिखों के अधिकार दिलाने के लिए वे भाजपा से जुड़ रहे हैं. इधर पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को प्रदेश की राजनीति में काफी अहम बताते हुए उन्होंने कहा है कि भाजपा पंजाब में सरकार बनाएगी. अनुमान लगाया जा रहा है कि पंजाब के कई बड़े नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं. ये नेता शिअद सहित कई दलों के हैं. इससे पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 (Punjab Assembly Election 2022) के मद्देनजर सियासी समीकरण में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है.

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दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके और पूर्व महासचिव मनजिंदर सिंह सिरसा में आई खटास के बाद जब सुखबीर को किसी एक को चुनना था तो उन्होंने सिरसा को ही चुना. गौरतलब है कि हाल ही में हुए दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव में सिरसा की हार के बाद सुखबीर ने घोषणा की थी कि सिरसा को एसजीपीसी की ओर से नामांकित किया जाएगा. ऐसा किया भी गया, लेकिन गुरमुखी के लिखित टेस्ट में सिरसा फेल हो गए थे. दरअसल मनजिंदर सिंह सिरसा के भाजपा में शामिल होने से पंजाब की अकाली राजनीति पर भी असर होना लाजिमी है. तीन कृषि सुधार कानूनों को लेकर जिन नेताओं ने भाजपा से दूरी बनाई हुई थी, अब उनके लिए भी रास्ता खुल गया है.

 

‘अभी तो पार्टी शुरू हुई है’

इधर पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सिरसा के भाजपा में जाने पर कहा, ‘अभी तो पार्टी शुरू हुई है, आगे-आगे देखिए कि सुखबीर को छोड़कर जाने वालों की कैसे लाइन लगेगी.

 

मनजिंदर सिंह सिरसा को सिख फॉर जस्टिस की धमकी

इधर देश में बैन खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस ने दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के पूर्व प्रमुख मनजिंदर सिंह सिरसा के खिलाफ धमकी भरा ऑडियो क्लिप जारी किया है. सिख फॉर जस्टिस संस्था के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने धमकी देते हुए कहा है कि भाजपा पंजाब के हजारों किसानों की मौत की जिम्मेदार है. वहीं, भाजपा के सदस्य बनने के कारण अब सिरसा भी इन मौतों के लिए जिम्मेदार बन गए हैं. संगठन ने कहा है कि भाजपा से जुड़ने के कारण सिरसा को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. इस दौरान विदेश में आने पर या फिर पंजाब जाने पर सिरसा के साथ मारपीट हो सकती है.