रायपुर. मध्यप्रदेश की तरह छत्तीसगढ़ में भी किसानों को बड़ी सौगात मिली है. यहां भी किसानों का कर्ज माफ कर दिया गया है. भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के महज कुछ देर बाद ही कैबिनेट की बैठक ली और किसानों की कर्ज माफी सहित कई फाईलों में अपने हस्ताक्षर किये. किसानों की कर्ज माफी से प्रदेश के 16 लाख किसान लाभान्वित होंगे. 6100 करोड़ से ज्यादा की ऋण राशि माफ करने का फैसला लिया है. इसके साथ ही कैबिनेट में दूसरा फैसला धान का समर्थन मूल्य का है, कैबिनेट ने धान का समर्थन मूल्य 1700 से 2500 रुपये करने का निर्णय लिया. उसके साथ ही तीसरा निर्णय झीरम कांड में एसआईटी गठन करने का निर्णय प्रमुख रुप से शामिल रहा है. कैबिनेट के तीसरे फैसले झीरम घाटी मामले में एसआईटी गठन करने के निर्णय पर उन्होंने कहा कि झीरम घाटी में कांग्रेस के 29 नेताओं की शहादत हुई थी. आज तक घटना के जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं की गई है. इस मामले की तह तक जाने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है.
आपको बता दें कि कांग्रेस ने चुनाव के वक्त किसानों से वादा किया था कि सरकार बनने के 10 दिन के भीतर किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा. कर्जमाफी को लेकर भाजपा के आरोपों के जवाब में कांग्रेस नेताओं ने हाथ में गंगाजल लेकर कसम भी खाई थी. जिसके बाद आज अपने उस वादे को कांग्रेस की सरकार ने पूरा कर दिया है.