भोपाल। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के मंत्रिमंडल के मंत्रियों ने आज मंत्री पद की शपथ ली. राजभवन में राज्यपाल मंगूभाई पटेल सभी नए मंत्रियों को शपथ दिलाई. मंत्रिमंडल में 18 कैबिनेट मंत्री, 6 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जबकि 4 राज्यमंत्री शामिल हैं. कुल 28 मंत्रियों ने शपथ ली.
करण सिंह वर्मा, प्रहलाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय, राव उदय प्रताप सिंह, राकेश सिंह, तुलसी सिलावट, विश्वास सारंग, एदल सिंह कंसाना, निर्मला भूरिया, गोविंद सिंह राजपूत, विजय शाह, प्रदुम्न सिंह तोमर, चेतन कश्यप, नारायण कुशवाह, इंदर सिंह परमार, राकेश शुक्ला, नागर सिंह चौहान, संपत्तिया उईके ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली.
कृष्णा गौर, धर्मेंद्र लोधी, दिलीप जायसवाल, गौतम टेटवाल, लखन पटेल, नारायण पवार ने राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार पद की शपथ ली. जबकि राधा सिंह, प्रतिमा बागरी, दिलीप अहिरवार, नरेन्द्र शिवाजी पटेल ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली.
कैलाश विजयवर्गीय
- 1975 में एबीवीपी के माध्यम से राजनीति में प्रवेश
- बीजेपी के वरिष्ठ और हिंदूवादी नेता
- बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव
- 1983 में इंदौर नगर निगम के पार्षद बने
- 1993 में भाजयुमो के राष्ट्रीय महासचिव और गुजरात के नेता बने
- 2000 में इंदौर नगर निगम के पहले सीधे निर्वाचित मेयर बने
- 2014 में हरियाणा के लिए भाजपा के चुनाव अभियान के प्रभारी
- 1990, 1993, 1998, 2003, 2008, 2013, 2023 में विधानसभा के लिए चुने गए
- 2004 में मंत्री बाबूलाल गौर कैबिनेट में लोक निर्माण मंत्री बने
- 2008 को मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली
प्रहलाद सिंह पटेल
- 2014 वे सार्वजनिक उपक्रमों की समिति, सरकारी आश्वासनों पर समिति, ग्रामीण विकास पर स्थायी समिति, वीवी गिरि राष्ट्रीय श्रम संस्थान की कार्यकारी परिषद और श्रम और रोजगार मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य बने.
- 2014 वे दमोह से 16 वीं लोकसभा के लिए फिर से चुने गए. जहां उन्होंने कांग्रेस के चौधरी महेंद्र प्रताप सिंह को हराया. 2011 वे तीन साल तक भारतीय जनता मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और भारतीय जनता मजदूर मोर्चा के अध्यक्ष रहे.
- 2004 वे छिंदवाड़ा से 2004 के चुनाव कांग्रेस के कमलनाथ से हार गए. 2003 उन्हें केंद्रीय राज्य मंत्री, कोयला मंत्रालय के रूप में कैबिनेट में शामिल किया गया.
- 2000-2003: सदस्य, परामर्शदात्री समिति, खान और खनिज मंत्रालय. 1999 वे मध्य प्रदेश के बालाघाट निर्वाचन क्षेत्र से 13 वीं लोकसभा के लिए फिर से चुने गए.
- 1996 कांग्रेस की विमला वर्मा को हराकर पटेल सिवनी से दूसरे कार्यकाल के लिए 11 वीं लोकसभा के लिए दोबारा चुने गए. उन्होंने विमला वर्मा को 1998 में आगामी चुनाव हार गए.
- 1989 वे मध्य प्रदेश के सिवनी से 9वीं लोकसभा के लिए चुने गए. जहां उन्होंने कांग्रेस के गगरी शंकर मिश्रा को हराया.
- 1986 1986 से 1990 तक, उन्होंने युवा मोर्चा के सचिव, और भारतीय जनता पार्टी, मध्य प्रदेश के महासचिव के रूप में कार्य किया.
- 1982 प्रहलाद सिंह पटेल ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत एक जिला अध्यक्ष, भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) के रूप में की.
- मई 2019 में, पटेल संस्कृति और पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बने.
- 7 जुलाई 2021 से भारत के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग और जल शक्ति राज्यमंत्री बने.
राकेश सिंह
- 2014 उन्हें 16 वीं लोकसभा (तीसरी अवधि) में फिर से निर्वाचित किया गया.
- 2009 वे फिर से 15 वीं लोकसभा (2 अवधि) के लिए चुने गए.
- 2004 उन्हें 14 वीं लोकसभा में विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पर्यावरण और वन संबंधी स्थायी समिति का सदस्य और परामर्श समिति, पर्यटन मंत्रालय का सदस्य चुना गया.
- 2000 वे बीजेपी, जिला जबलपुर के अध्यक्ष बने.
- 2009 वे परिवहन, पर्यटन और संस्कृति संबंधी स्थायी समिति के सदस्य थे.
- 2015 वे सामान्य प्रयोजन समिति और रक्षा पर हिंदी सलाहकार समिति के सदस्य बने
- 2014 वे कोयला और इस्पात संबंधी स्थायी समिति के अध्यक्ष और सलाहकार समिति, रक्षा मंत्रालय के सदस्य बने.
- 2009 वे परिवहन, पर्यटन और संस्कृति संबंधी स्थायी समिति के सदस्य बने.
- 2014 वे विशेषाधिकार समिति और परिवहन, पर्यटन और संस्कृति संबंधी स्थायी समिति के सदस्य बने.
- 2018 में एमपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बने.
- 2023 के विधानसभा चुनाव में जबलपुर पश्चिम से MLA बने.
विश्वास सारंग
- 2013 से 2018 तक शिवराज कैबिनेट में मंत्री के रूप में कार्य किया
- 2008 से पदस्थ नरेला विधानसभा क्षेत्र भोपाल के विधायक.
- 2010 से 2012 तक भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य.
- 2011 से 2012 तक भारतीय जनता पार्टी प्रदेश प्रवक्ता.
- 2013 में नरेला क्षेत्र, भोपाल से पुनः विधायक.
- 2016 में भोपाल गैस त्रासदी राहत तथा पुनर्वास एवं सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रहार), पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री.
गोविंद सिंह राजपूत
- 2002 मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव बने.
- 2003 में 12वीं विधानसभा की सदस्य निर्वाचित हुए.
- 2018 में सुरखी से विधायक बने.
- 2018 में कमलनाथ कैबिनेट में राजस्व और परिवहन मंत्री बने.
- 2020 के राजनीतिक संकट कांग्रेस से इस्तीफा दिया.
- 2020 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए.
- 21 अप्रैल 2020 को कैबिनेट मंत्री बने.
- 2023 में सुरखी से फिर विधायक बने.
- ज्योतिरादित्य सिंधिया के सबसे खास और करीबी.
तुलसी सिलावट
- 2018 में इंदौर की सांवेर सीट से कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने
- कमलनाथ कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली.
- 2020 में कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए.
- 2020 के उपचुनाव में फिर जीत हासिल की.
- 21 अप्रैल 2020 को जल संसाधन मंत्री बने.
- सिलावट ज्योतिरादित्य सिंधिया के सबसे सिपहसलार माने जाते हैं.
प्रद्युम्न सिंह तोमर
- 1984 में छात्र राजनीति शुरू की थी.
- 1990 से 2000 के बीच युवक कांग्रेस के सचिव और उपाध्यक्ष रहे.
- 2008 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की.
- 2018 में एक बार फिर जयभान सिंह पवैया को हराया.
- 2018 में कमलनाथ सरकार में मंत्री बने.
- मार्च 2020 में कांग्रेस छोड़कर वो बीजेपी में शामिल हो गए.
- 2020 में शिवराज कैबिनेट में ऊर्जा मंत्री बने.
- ज्योतिरादित्य सिंधिया के कट्टर समर्थक कहे जाते हैं.
उदय प्रताप सिंह
- होशंगाबाद लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद. पहले वे कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में उसी निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए थे. हालांकि, उन्होंने इस्तीफा दे दिया और 2014 के चुनावों में भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा.
- 2013 में, सिंह ने होशंगाबाद के सांसद के रूप में अपना इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस से अपना नाता तोड़ लिया. 2014 के चुनावों में उन्होंने होशंगाबाद सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की.
- 2008 – मई 2009 कांग्रेस के टिकट पर गाडरवारा से विधायक चुने गए थे
- 2023 के विधानसभा चुनाव में गाडरवारा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की.
इंदर सिंह परमार
- 2013 में कालापीपल से विधायक चुने गए.
- 2018 में शुजालपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने.
- परमार शिवराज सरकार में स्कूल शिक्षा मंत्री थे.
- 2023 में फिर शुजालपुर से विधायक चुने गए हैं.
राकेश शुक्ला
- भिंड की मेहगांव से 2023 के चुनाव में जीत दर्ज की.
- भारतीय जनता पार्टी (BJP) के जुझारू नेताओं में शुमार
- वे मेहगांव निर्वाचन क्षेत्र में मध्य प्रदेश विधान सभा के पूर्व सदस्य
संपतिया उइके
- 31 जुलाई 2017 को, केंद्रीय मंत्री अनिल माधव दवे के निधन के कारण आवश्यक उपचुनाव में उन्हें मध्य प्रदेश राज्य से राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुना गया.
- मंडला जिले में जिला पंचायत की अध्यक्ष भी थीं.
- 2023 मंडला विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक
कर्ण सिंह वर्मा
- 1985 में सीहोर की इछावर विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बने.
- 1990, 1993, 1998, 2003, 2008 और 2018 में विधायक चुने गए.
- राजस्व मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं.
कुँवर विजय शाह
- 1990 के बाद से लगातार खंडवा की हरसूद विधानसभा से विधायक
- खंडवा में बड़े आदिवासी चेहरे के रूप में उनकी गिनती होती है
- 2018 में वह सातवीं बार विधायक बने
- 2020 में शिवराज सरकार सत्ता में फिर से मंत्री बने.
- विवादों की वजह से भी चर्चा में रहते हैं.
नारायण सिंह कुशवाहा
- ग्वालियर दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक
- एमपी बीजेपी ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष
- शिवराज कैबिनेट में पूर्व गृह राज्य मंत्री
- नारायण, कुशवाह समुदाय से हैं
निर्मला भूरिया
- मध्यप्रदेश सरकार में स्वास्थ्य राज्यमंत्री.
- झाबुआ की पेटलावद विधानसभा से विधायक
- भाजपा नेता दिलीप सिंह भूरिया की पुत्री हैं.
- 1993 में कांग्रेस की पहली बार इसी सीट से विधायक बनी
- 1998 में पहली बार भाजपा की विधायक बनकर भोपाल पहुंची
- 2003 में वापस चुनाव जीती
- छह माह के लिए राज्य मंत्री बनी
- 2008 में चुनाव हारी लेकिन 2013 में फिर जीत गई
- 2018 में हारी लेकि 2023 में जीत दर्ज की.
चौहान नागर सिंह
- 2003 से अलीराजपुर विधानसभा से विधायक
- 2018 में कांग्रेस प्रत्याशी हार गए, लेकिन 2023 में फिर जीते
- पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष
चैतन्य काश्यप
- रतलाम शहर से लगातार तीसरी बार के विधायक
- 2002 से 2013 तक भाजपा में एनजीओ प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक
- मध्य प्रदेश भाजपा कोषाध्यक्ष
- मध्य प्रदेश के सबसे अमीर विधायक
- 294 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति
एंदल सिंह कंसाना
- 2023 में मुरैना की सुमावली से विधायक बने
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार )
कृष्णा गौर
- पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की बहू
- सदस्य (राज्यमंत्री) म.प्र. पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग,
- उपाध्यक्ष भाजपा ओबीसी मोर्चा,
- 2005 में गौर को मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन निगम का अध्यक्ष बनीं
- भोपाल की महापौर भी रह चुकी हैं
- पूर्व प्रदेशमंत्री भाजपा रह चुकी हैं
- 2018 भोपाल की गोविंदपुरा से विधायक चुनी गईं
- 2023 में फिर गोविंदपुरा से विधायक बनीं
- भोपाल से विधायक चुनी जाने वाली पहली महिला
दिलीप जायसवाल
- 2008 में कोतमा से भाजपा के टिकट पर पहली बार विधायक बने
- 2023 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की
धर्मेंद्र लोधी
- 2018 में जबेरा से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की
- 2023 में टिकट मिलने पर फिर जीत दर्ज की.
- हेमा मालिनी के गालों जैसी सड़क के जिक्र को लेकर चर्चा में.
गौतम टेटवाल
- 2008 में सारंगपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक
- राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से लगातार जुड़े रहे
- 2023 में फिर जीत दर्ज की
नारायण सिंह पवार
- 2018 में ब्यावर विधानसभा से विधायक
- 2023 में पुन: विधायक निर्वाचित हुए
लखन पटेल
- दमोह जिले की पथरिया विधानसभा सीट से विधायक
राज्यमंत्री
प्रतिमा बागरी
- 2023 में पहली बार सतना के रैगांव से विधायक बनीं
- बीजेपी महासचिव, सतना
नरेंद्र शिवाजी पटेल
- रायसेन जिले की उदयपुरा विधानसभा से जीत दर्ज की.
- संघ और शिवराज सिंह चौहान की पसंद है.
- धाकड़ जाति से आते हैं.
राधा सिंह
- सिंगरौली जिले की चितरंगी विधानसभा से विधायक
- पूर्व मंत्री जगन्नाथ सिंह की बहु
- 2008 में सिंगरौली जिला बनने के बाद पहली जिला पंचायत अध्यक्ष बनी
दिलीप अहिरवार
- विधानसभा चुनाव 2023 में छतरपुर की चंदला सीट से विधायक बने
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