रायपुर। छत्तीसगढ़ में सियासी घमासान मचा हुआ है. विधायक बृहस्पत सिंह और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव विवाद मामले में मीटिंग खत्म हो गई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ लंबी चर्चा चली. इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव सीएम बघेल के चैंबर से बाहर निकले. इस दौरान पत्रकारों ने उनसे मीटिंग के बारे में पूछा, तो सिंहदेव ने चलते-चलते कही कहा कि मामला भविष्य के गर्भ में है, जो कहेंगे सीएम कहेंगे. इतना कहकर निकल गए.

मीटिंग की बाद भी स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की नाराजगी खत्म नहीं हुई है. उनके चेहरे के हाव-भाव नाराजगी जाहिर करने के लिए काफी है, लेकिन मीटिंग के बाद सीएम भूपेश बघेल अपने चैंबर में ही हैं. सिंहदेव ने सारी जानकारी सीएम देंगे. ऐसा कहकर चले गए हैं, जिससे मीटिंग की बातें साफ नहीं हो पा रही है.

जानकारी के मुताबिक टीएस सिंहदेव विधानसभा से वापस अपने बगला पहुंच गए हैं. बंगले में कई विधायक भी मौजूद हैं. सिंहदेव अपने समर्थकों के साथ बैठक कर रहे हैं. बंगले में खुज्जी विधायक छन्नी साहू, बिलासपुर विधायक शैलेष पाण्डेय, बैंकुठपुर विधायक अंबिका सिंहदेव मौजूद हैं.

बता दें कि विधायक कांग्रेस विधायक  बृहस्पत सिंह के काफिले पर 24 जुलाई की रात हमला हुआ था. जिसके बाद 25 जुलाई को उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर मंत्री टीएस सिंहदेव पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा कि मुझे जान का खतरा है. मुझ पर हमले के पीछे मंत्री टीएस सिंहदेव का हाथ है.

बृहस्पत सिंह ने कहा था कि महाराजा हैं मेरी हत्या करा सकते हैं. हत्या कराने से अगर सिंहदेव मुख्यमंत्री बन सकते हैं तो उन्हें ये पद मुबारक़ हो. मंत्री सिंहदेव कांग्रेस विधायकों का अपमान करते हैं. उन्होंने कहा था कि ऐसे मंत्री को पद पर रहने का अधिकार नहीं है. हालांकि विधायक की बैठक के बाद मंत्री टीएस सिंहदेव और विधायक बृहस्पत सिंह एक साथ नजर आए थे.

विधानसभा सत्र के दूसरे दिन टीएस सिंहदेव ने विधानसभा में अपनी बात कहकर बाहर निकल गए. जहां उन्होंने  ने के बाद पहले 10 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित की गई. इसके बाद शुरू हुई कार्यवाही के बाद बृहस्पति सिंह मामले में विपक्षी सदस्यों ने सदन की कमेटी बनाकर जांच की मांग की और विपक्षी सदस्य गर्भगृह उतरे.

इसी बीच सदन में हंगामा जारी रहा और फिर भारी हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है. सिंह देव ने सदन में कहा था कि –

 मैं भी एक इंसान हूं मेरे चरित्र के बारे में सब जानते हैं. शायद कुछ छिपा हुआ है जिसे अब सामने लाने की कोशिश की जा रही है.  मैं नहीं समझता हूं कि मेरी स्थिति ऐसी है कि जब तक शासन की ओर से इस पर स्पष्ट जवाब ना आ जाए मैं इस पवित्र सदन में रहना उचित नहीं समझता.

 

https://youtu.be/ie0DOvLHD6M