मुंबई. बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में विसंगतियों को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. इस बीच दिवंगत अभिनेता के परिवार का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने मंगलवार को कहा, यह बहुत हैरान करने वाली बात है कि रिपोर्ट में कहा गया है कि पेट में कुछ भी नहीं मिला.

 विकास सिंह ने कहा कि पोस्टमार्टम में देरी विशेष रूप से कोविड-19 के समय में हो सकती है. उन्होंने कहा कि सुशांत ने कुछ खाया या नहीं, दोनों ही मामलों में पोस्टमार्टम में देरी होने पर कोई खास असर नहीं होगा. इसके साथ ही वरिष्ठ अधिवक्ता ने कहा कि पोस्टमार्टम में कहा गया है कि पेट में कुछ भी नहीं मिला है, जो कि बहुत परेशान करने वाला है.

उन्होंने आगे कहा कि वह पोस्टमार्टम रिपोर्ट से बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हैं. सिंह ने कहा, मेरी जानकारी के अनुसार, पोस्टमार्टम से संबंधित संपूर्ण कागजात और तस्वीरें अभी भी फॉरेंसिक टीम तक नहीं पहुंची हैं और इनके आज पहुंचने की संभावना है. इसलिए आज रात कुछ स्पष्ट हो सकेगा.

इससे पहले दिन में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कथित विसंगतियों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हत्यारों और उनकी पहुंच की शैतानी मानसिकता धीरे-धीरे सामने आ रही है. ऑटोप्सी में जानबूझकर विलंब किया गया, ताकि सुशांत सिंह के पेट में जहर घुल जाए. उन्होंने यह भी कहा कि जो जिम्मेदार हैं, उन पर नकेल कसने की जरूरत है.