हेमंत शर्मा,रायपुर। नगरीय निकाय चुनाव के नतीजे आने के बाद रायपुर सांसद सुनील ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव में धनबल और बाहुबल का इस्तेमाल किया. ईव्हीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव होने की वजह से डब्ल्यूआरएस वार्ड में हमारा प्रत्याशी एक वोट से हार गए. हमारे जिलाध्यक्ष को 19 वोट से हार का सामना करना पड़ा है. सरकार अपने काम में सफल हो गई. इसके कारण हमारी 5 से 6 सीटे रायपुर में कम हुई है. कांग्रेस ने पूरी सरकार को झोंक दिया इसके बावजूद हम अच्छी स्थिति में हैं.
नहीं छोड़ी है महापौर पद की उम्मीद
सांसद सुनील सोनी ने कहा कि रायपुर नगर निगम में पिछड़ने के बाद भी बीजेपी ने महापौर पद को लेकर उम्मीद नहीं छोड़ी हैं. अगर कांग्रेस निर्दलीयों की तरफ देख रही है, तो हम भी निर्दलीयों की तरफ देख रहे हैं. हमारी निगाहें सब तरफ है. निर्दलीयों को तय करना है कि वो कैसी सरकार चाहते हैं.
सरकार ने छीना एक वोट
नगरीय निकाय के परिणाम पर सुनील सोनी ने कहा कि इस चुनाव में कांग्रेस के अंदर में भय था. जैसा हो पाए वैसा चुनाव जीतने की इनकी नीयत और नीति थी. चुनाव के अंदर दो वोट डालते थे एक महापौर और एक पार्षद के लिए. महापौर के एक वोट को छीनने का काम इस सरकार ने किया. लोकतंत्र के अंदर वोट छीनने को मैं पाप मानता हूं.
धनबल और बाहुबल का हुआ इस्तेमाल
उन्होंने कहा कि बैलेट पेपर से चुनाव होने की वजह से डब्ल्यूआरएस वार्ड हम एक वोट से हारे, हमारे जिलाध्यक्ष को 19 वोट से हार का सामना करना पड़ा. सरकार अपने काम में सफल हो गई. इसके कारण हमारी 5 से 6 सीटे रायपुर में कम हुई. कांग्रेस ने चुनाव में धनबल और बाहुबल का इस्तेमाल किया. कांग्रेस द्वारा पूरी सरकार को झोंकने के बावजूद हम अच्छी स्थिति में है. स्मार्ट सिटी का जो पैसा आया था उसका आधा पैसा खर्च नहीं कर पाए. कमिश्नर से लेकर अधिकारियों को तलब किया था अधिकारी जवाब नहीं दे सकते है. किसको टिकट देना या नहीं देना है पार्टी निर्णय लेती है. हमने चुनाव में धनबल का उपयोग नहीं किया.
चुनाव में हार जीत चलता है
दिग्गजों के हारने पर सांसद सोनी ने कहा चुनाव में हार जीत चलता है. 1994 में भी हमारे कई दिग्गज हारे थे. इनडायरेक्ट चुनाव है. महापौर बनाना था इसलिए सभी दिग्गजों को मैदान में उतारना पड़ा.