शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर में एनआईए (NIA Raid) की छापामार कार्रवाई में बड़ा खुलासा हुआ है। एनआईए द्वारा गिरफ्तार सैयद मामूर ने लोकल ग्रुप तैयार किया था। उन्होंने ‘फी सबीलिल्लाह’ नाम से ग्रुप तैयार किया था। यह ग्रुप आईएसआईएस (ISIS) के मॉडल पर काम कर रहा था।

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टेरर फंडिंग, शरिया कानून, हथियार खरीदने के लिए फंडिंग की जा रही थी। युवाओं का ब्रेनवाश कर बड़ी वारदात अंजाम देने की साजिश थी। युवाओं का स्लीपर सेल बनाकर आतंकी घटना को अंजाम देने की प्लानिंग थी। घटना को अंजाम देने के लिए लोकल मस्जिद में बैठक हुई थी।

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ISIS मॉड्यूल से जुड़े तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बड़ा बयान दिया है। कहा कि एमपी ATS और NIA का जॉइंट ऑपरेशन था। वकील का विषय अलग और यह अलग विषय है। वकील के घर जिंदा कारतूस मिले थे। यह तीनों आरोपी ISIS के लिए काम करते थे। एमपी में लगातार कार्रवाई हुई है। JMB, HUT, ISIS पर कार्रवाई हो रही है। जबलपुर से पकड़े गए तीनों आरोपी मस्जिद में मीटिंग करते थे, कट्टरता फैलाने की कोशिश करते। आरोपियों ने फी सबीलिल्लाह नाम से ग्रुप बना रखा था। गृह मंत्री ने चेतावनी दी है कि किसी भी आतंकी सोच को मध्यप्रदेश में सिर उठाने नहीं दिया जाएगा।

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