टेक्सास. अमेरिका में स्थापित की गई एक विशाल हनुमान जी की मूर्ति को लेकर स्थानीय संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. रविवार को एक चर्च के कुछ सदस्यों ने मंदिर में प्रवेश किया और वहां हनुमान जी की मूर्ति के निर्माण का विरोध किया. इस समूह में करीब 25 लोग थे, जिन्होंने मंदिर परिसर में प्रवेश कर हंगामा किया और वहां उपस्थित लोगों को भी परेशान किया. स्थानीय मीडिया के अनुसार, ये सभी लोग उसी चर्च के सदस्य थे, जिसके नेता ने इस मूर्ति स्थापना का विरोध किया था.

मंदिर में पहुंचे इन लोगों ने अपने धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार पूजा-अर्चना भी की. जब मंदिर प्रशासन ने पुलिस को बुलाने की चेतावनी दी, तो ये लोग वहां से भाग गए. टेक्सास के शुगर लैंड में स्थित श्री अष्टलक्ष्मी मंदिर में हिंदू समुदाय हनुमान जी की मूर्ति के निर्माण का उत्सव मना रहा था. हिंदू धर्म में हनुमान जी को ज्ञान, शक्ति, साहस, और भक्ति का प्रतीक माना जाता है.

मंदिर के संयुक्त सचिव, डॉ. रंगनाथ कंडाला ने बताया कि उन्हें शुरू में लगा कि लोग मंदिर में मूर्ति देखने के लिए आए हैं, क्योंकि इंटरनेट पर मूर्ति के बारे में पढ़कर कई लोग उसे देखने आते हैं. इसलिए किसी ने उन्हें प्रवेश करने से नहीं रोका. लेकिन थोड़ी देर बाद, इस समूह ने मंदिर के चारों ओर चक्कर लगाकर प्रार्थना करना शुरू कर दिया. कुछ समय बाद, उनमें से कुछ लोग चले गए, जबकि बचे हुए लोग पूछने लगे कि क्या वे यीशु मसीह के बारे में जानते हैं. इन लोगों ने जोर देकर कहा कि यीशु मसीह ही एकमात्र भगवान हैं और मंदिर में उपस्थित लोगों से कहा कि वे हनुमान जी की पूजा न करें.

मंदिर प्रशासन ने विरोध कर रहे लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन कुछ लोग मानने को तैयार नहीं थे और बहस करने लगे. अंततः, मंदिर प्रशासन ने पुलिस को बुलाने की धमकी दी, जिसके बाद वे लोग वहां से चले गए. टेक्सास में 18 अगस्त को 90 फीट ऊंची हनुमान जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी. यह मूर्ति अब अमेरिका की तीसरी सबसे ऊंची प्रतिमा है और इसे ‘स्टैच्यू ऑफ यूनियन’ का नाम दिया गया है. यह मूर्ति श्री अष्टलक्ष्मी मंदिर परिसर में स्थित है.