निशांत राजपूत, सिवनी। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना अमृत सरोवर योजना में भारी गड़बड़ी सामने आई है. तकनीकी और प्रशासनिक अधिकारियों ने लापरवाही बरतते हुए एक किसान की जमीन पर लाखों रुपए खर्च कर अमृत सरोवर का निर्माण कार्य कर दिया. घंसौर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत रमपूरी के खापा गांव का यह पूरा मामला है जहां आदिवासी किसान की जमीन पर 20.73 लाख की लागत से अमृत सरोवर बनाया जा रहा है.

लापरवाही की हद तो तब हो गई जब किसान के पुराने तालाब के ऊपर नया एस्टीमेट बनाकर अमृत सरोवर बना दिया. जहां पहले से ही कई साल पुराना तालाब निर्मित था और उसमें पानी भरा हुआ था. बता दें कि ग्राम पंचायत रमपूरी के सचिव और सहायक यंत्री ने आदिवासी किसान झाम सिंग की जमीन में 20.73 लाख रुपए लागत से अमृत सरोवर की तकनीकी स्वीकृति भी दे दी.

वही जिला पंचायत स्तर से भी प्रशासकीय स्वीकृति दे दी गई, हालाकि पंचायत के सचिव और तकनीकी अमला सरकारी जमीन पर ही अमृत सरोवर बनाने का दावा कर रहे है, जबकि राजस्व विभाग की हलका पटवारी जिस जगह में तालाब बना है उसे निजी जमीन में बता रही हैं.

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वहीं किसान झाम सिंग के परिजन भी उनकी निजी जमीन पर तालाब बनाए जाने की बात कर रहे है. मामले को लेकर ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के ईई प्रेम कुशमारे ने जांच कराकर कार्रवाई की बात कही है. बता दें कि केंद्र सरकार की अमृत सरोवर योजना के तहत जिले में 104 अमृत सरोवर बनाए जा रहे है.

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