रवि रायकवार, दतिया। मध्य प्रदेश के दतिया जिले में पुलिस विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान पर्व एवं विजय दिवस के अवसर पर लोकल बैंड मास्टर ने प्रस्तुति दी। लेकिन पुलिस बैंड पार्टी में जो लोग थे उनमें कुछ लोकल बैंड मास्टर थे। अब सवाल उठ रहे है कि क्या विभाग के पास पुलिसकर्मी नहीं थे ? जो बैंड डिपार्टमेंट में पदस्थ है।

सोमवार को दतिया के स्थानीय किला चौक पर मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान पर्व एवं विजय दिवस के उपलक्ष्य में पुलिस बैंड की 12 लोगों की टीम ने देशभक्ति गीतों पर प्रस्तुति दी। इसकी कमान संभाल रहे एसआई तुलसीदास बरदेले ने संचालन किया। पुलिस बल के बैंड द्वारा दी गई प्रस्तुति को आम नागरिकों ने भी सुना और उसकी सराहना भी की। लेकिन इस दौरान पुलिस विभाग की लापरवाही भी देखी गई।

ये भी पढ़ें: कांग्रेस नेता के घर दूसरे दिन भी ED की कार्रवाई: लैपटॉप और मोबाइल की सर्चिंग, दुबई कनेक्शन की हुई जांच

दरअसल, पुलिस बैंड में जो 12 लोग थे, उनमें से कुछ लोकल बैंड मास्टर थे। जो शादी विवाह में बैंड का काम करते हैं। पुलिस की इतनी बड़ी लापरवाही क्यों सामने आई एक बड़ा सवाल है। सबसे बड़ा सवाल है कि पुलिस की वर्दी में बैंड बजाने वाला मास्टर क्यों नजर आया ? क्या विभाग के पास पुलिसकर्मी नहीं थे, जो बैंड डिपार्टमेंट में पदस्थ है और अगर बैंड डिपार्टमेंट में किसी पुलिसकर्मी की अनुपस्थिति है तो क्या लोकल पुलिस बैंड मास्टर को बुलाकर वर्दी पहनना जरूरी था ?

ये भी पढ़ें: MP में अब कुलगुरु कहलाएंगे कुलपति: विधानसभा में विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक पारित, उच्च शिक्षा मंत्री ने कही ये बात

कहीं ना कहीं पुलिस की एक बड़ी लापरवाही है। आप देख सकते हैं तस्वीरों में किस तरह से दतिया कलेक्टर और एसपी के सामने लापरवाही बरती गई। फिर भी जिम्मेदारों ने इस मामले को लेकर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी। इस कार्यक्रम में कलेक्टर संदीप कुमार माकिन, पुलिस अधीक्षक बीरेन्द्र कुमार मिश्रा, एसडीओपी प्रियंका मिश्रा सहित पुलिस बल मौजूद था।

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m