धनराज गवली, शाजापुर। मध्य प्रदेश में अस्पतालों में लापरवाही की खबरे लगातार सामने आ रही है। ताजा मामल शाजापुर जिला अस्पताल से सामने आया है, जहां एक एड्स पीड़ित महिला को डिलीवरी के लिए सामान्य वार्ड में भर्ती किया गया। इसके बाद उसे लेबर रूम ले जाया गया। तब तक किसी को नहीं पता था कि महिला एड्स जैसी गंभीर बीमारी से पीडि़त है, लेकिन जांच के बाद पता चला कि वह एचआईवी पॉजीटिव है। इस घटना के सामने के आने के बाद दूसरे मरीजों में संक्रमण फैलने का भय है, वहीं अस्पताल प्रबंधन इस मामले को दबाने में और अपनी सफाई देने में लग गया है।

MP Crime: विवाद के बाद दसवीं कक्षा के छात्र की चाकू मारकर हत्या, आरोपी फरार, घटना का CCTV फुटेज आया सामने

जानकारी के मुताबिक शाजापुर जिला मुख्यालय के पास के गांव की रहने वाली 25 वर्षीय महिला को डिलीवरी के लिए जिला चिकित्सालय लाया गया। जहां उसे लेबर रूम में ले जाया गया। इस बीच महिला लेबर रूम से उठकर बाथरूम चली गई, जहां बाथरूम में ही उसकी डिलीवरी हो गई। बाथरूम में डिलीवरी होने के बाद अस्पताल के सफाईकर्मी और नर्सों ने उसे उठाया और वार्ड में भर्ती कराया। सवाल यह उठता है कि एड्स पीडि़त महिला को भर्ती करने के पहले अस्पताल प्रबंधन ने एचआईवी जांच क्यों नहीं कराई। साथ ही जिन सफाईकर्मी और नर्सों ने पीडि़त महिला की सहायता की, उनकी सुरक्षा का क्या उपाय किया गया था?

MP Crime: शिवपुरी में शराबी पति ने पत्नी को पीट-पीटकर उतारा मौत के घाट, दमोह में विवाद के बाद महिला पर पेट्रोल डालकर जलाया

अस्पताल में लगातार एक के बाद एक लापरवाही उजागर हो रही है, लेकिन प्रशासन ठोस कार्रवाई करने के बजाय हर लापरवाही के बाद जांच के नाम पर उसे दबा देता है। एचआईवी पीडि़त महिला की डिलीवरी के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया और अस्पताल प्रशासन मामले को दबाने के लिए नई-नई कहानी गढ़ रहा है।

मामले को दबाने में जुटा अस्पताल प्रबंधन

मामले में जिम्मेदार अस्पताल प्रबंधन इस मामले को दबाने में जुटा है। CMHO डॉ. राजू निदारिया ने बताया कि एड्स पीडि़त महिला को लेबर रूम में जब ले जाया गया, उस समय यूनिवर्सल प्रिकॉशन रखा गया था। सीएमएचओ की यह बात इसलिए हजम नहीं हो रही है कि जिस अस्पताल में इलाज के लिए छोटे-छोटे इंस्ट्रूमेंट नहीं है, वहां यूनिवर्सल प्रिकॉशन की बात करना हास्यास्पद है। अब सवाल यह उठता है कि जिस लेबर रूम में रोज डिलिवरियां होती है। इस महिला की डिलीवरी के बाद वहां कितनी डिलीवरी हुई और कितनी महिलाएं इस घातक बीमारी के संक्रमण आई होगी। वहीं इस मामले का खुलासा होने के बाद डॉक्टर और प्रसव के दौरान मौजूद रहे पूरे स्टाफ में हड़कंप मचा हुआ है।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus