जांजगीर-चांपा। पामगढ़ विकासखंड में 5वीं और 8वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में भारी अनियमितता सामने आई है. जिले के अधिकांश स्कूलों में छात्रों को मिली मार्कशीट में नाम, पिता का नाम और अंकों में गंभीर त्रुटियां पाई गई हैं. कई ऐसे छात्र हैं जिन्होंने परीक्षा में भाग ही नहीं लिया, फिर भी उन्हें पास घोषित कर दिया गया, जबकि परीक्षा में शामिल होने वाले कई बच्चे फेल कर दिए गए. इस लापरवाही के चलते 5वीं पास बच्चों का 6वीं में और 8वीं पास बच्चों का 9वीं कक्षा में प्रवेश अटक गया है.

अभिभावकों में आक्रोश, जांच की मांग

पामगढ़ विधायक शेषराज हरवंश ने शिक्षा विभाग पर आधी-अधूरी तैयारी के साथ शाला प्रवेश उत्सव आयोजित करने और बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि परीक्षा परिणाम में भारी गड़बड़ी से बच्चों और अभिभावकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. इससे लोगों में भारी आक्रोश है. विधायक ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.

शाला प्रवेश उत्सव पर भी उठे सवाल

पामगढ़ में शासकीय महामाया स्कूल सहित कई स्कूलों में शाला प्रवेश उत्सव का आयोजन किया गया. लेकिन विधायक शेषराज हरवंश ने कार्यक्रम को औपचारिकता करार देते हुए कहा कि शिक्षा विभाग ने बिना पूरी तैयारी के उत्सव मनाया, जबकि रिजल्ट की गड़बड़ी से बच्चे परेशान हैं.

जानिए क्या कहते हैं जिम्मेदार?

ब्लॉक शिक्षा अधिकारी एम.एल. कौशिक ने बताया कि 12 साल बाद केंद्र सरकार के निर्देश पर 5वीं और 8वीं की परीक्षा अनिवार्य की गई. जल्दबाजी में परीक्षा कराई गई, लेकिन रिजल्ट में आई त्रुटियों की वजह से परिणाम अभी वितरित नहीं किए गए हैं. उन्होंने कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी को इसकी जानकारी दे दी गई है और सुधार की प्रक्रिया जारी है.

क्या कार्रवाई करेगा शिक्षा विभाग?

5वीं और 8वीं के परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी ने शिक्षा विभाग की तैयारियों की पोल खोल दी है. अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि छत्तीसगढ़ सरकार और शिक्षा विभाग इस गंभीर लापरवाही पर क्या कार्रवाई करते हैं. फिलहाल छात्रों और अभिभावकों को न्याय की उम्मीद है.