सुदीप उपाध्याय, बलरामपुर। कोतवाली थाने में एनएचएम कर्मी की कस्टोडियल डेथ मामले में एक और बड़ी कार्रवाई हुई है. अब कोतवाली थाने में तैनात आठ पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया गया है. यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर रमनलाल ने की है. यह कार्रवाई गुरुचंद मंडल की थाने में हुई संदिग्ध मौत के बाद की गई है, जिसमें पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. इससे पहले इस मामले में थाना प्रभारी और एक आरक्षक को भी निलंबित किया गया था.

बता दें कि बीते गुरुवार दोपहर को बलरामपुर के कोतवाली थाना के बाथरूम में एनएचएम के कर्मचारी गुरुचंद मंडल की फांसी के फंदे पर लटकी लाश मिली, जिससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई. सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और मृतक के परिजनों ने रात में कोतवाली पहुंचकर जमकर हंगामा किया. सैकड़ों लोगों की भीड़ ने थाने में पथराव किया, वहीं परिसर में खड़ी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की. आक्रोश इतना बढ़ गया कि स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े.

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मृतक के पिता ने पुलिस पर मारपीट का लगाया आरोप

इस मामले में मृतक गुरुचंद के पिता शांति मंडल ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि बहू के लापता होने के बाद पुलिस वालों के बुलाने पर हम लोग थाने गए थे, जहां हमारे साथ मारपीट की गई है. बेटे को भी मारे हैं और 17 साल के नाती को मारने की भी धमकी दिए है. मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने मारपीट का जख्म भी दिखाया.