शब्बीर अहमद, भोपाल। राजधानी भोपाल की विशेष अदालत में प्रतिबंधित संगठन पीपुल्स फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के मध्य प्रदेश से पकड़े गए 22 सदस्यों पर आरोप तय हो गए हैं। अभियोजन पक्ष के वकीलों की तरफ से कोर्ट में आरोप पत्र पेश किया गया है। जांच टीम को फिटनेस सेंटर के नाम पर आतंकी ट्रेनिंग, जिहादी मानसिकता, देशद्रोही गतिविधियों में शामिल होने के के कई सबूत मिले है।
महिला एवं बाल विकास विभाग में 32 लाख का फर्जीवाड़ाः EOW ने गिरीश बिल्लोरे के खिलाफ दर्ज किया FIR
भोपाल की विशेष NIA कोर्ट में आरोप पत्र पेश किया गया है। बताया जा रहा है कि प्रदेश में PFI के 1500 से अधिक सक्रिय सदस्य हैं, 22 भोपाल जेल में हैं। जानकारी के मुताबिक, एटीएस और एनआईए की जांच में यह बात सामने आई है कि पीएफआई के सदस्य बड़ी आतंकी गतिविधि की प्लानिंग कर रहे थे। गौरतलब है कि केंद्र सराकर ने 2022 में PFI पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद देश के अलग-अलग राज्यों के साथ मध्य प्रदेश में भी छापे पड़े थे।
मध्य प्रदेश में भी हुई थी ताबड़तोड़ कार्रवाई
PFI को लेकर मध्य प्रदेश में भी कार्रवाई की गई थी। इसके तहत भोपाल, उज्जैन, इंदौर, श्योरपुर, मालवा-निमाड़ सहित कई शहरों में की गई कार्रवाई के बाद पीएफआई के 22 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। जांच में पता चला है कि आरोपी पीएफआई की ब्रांच में फिटनेस ट्रेनिंग के बहाने युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दिया करते थे।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक