राकेश चतुर्वेदी,भोपाल। श्रावण सोमवार को मध्यप्रदेश के शासकीय कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर सामने आई है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के शासकीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ता बढ़ाने की घोषणा की है। प्रदेश के शासकीय सेवकों के महंगाई भत्ते, जो वर्तमान में 31% है, उसे 3% बढ़ाकर 34% किए जाने की घोषणा की है।

अब महंगाई भत्ता, केंद्र सरकार के शासकीय सेवकों के बराबर होगा। बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता, अगस्त के वेतन से जो माह सितंबर में भुगतान होगा, से दिया जाएगा। इस निर्णय से इस वित्तीय वर्ष में लगभग रुपए 625 करोड़ का अतिरिक्त वित्तीय भार आएगा। पेंशनर्स की मंहगाई राहत को भी छत्तीसगढ़ से सहमति प्राप्त कर इसी अनुसार बढ़ाया जाएगा। लम्बे समय से शासकीय कर्मचारी महंगाई भत्ते को बढ़ाने की मांग कर रहे थे। सीएम की घोषणा के बाद राज्य के सभी कर्मचारी संगठनों सहित कर्मचारियों में हर्ष की लहर है।

बता दें कि पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में विभिन्न कमर्चारी संगठन कई दिनों से हड़ताल पर है। कर्मचारी संगठनों ने केंद्र सरकारी की तरह महंगाई भत्ते नहीं बढ़ाने पर 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है। एमपी में घोषणा के बाद छत्तीसगढ़ राज्य में भी हड़तालियों कर्मचारियों को उम्मीद जगी है कि उनकी भी मांगे सरकार मान लेगी।

मुख्यमंत्री की घोषणा पर कांग्रेस का हमला

पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने सरकार पर बड़ा हमला बोला है। कहा कि- देश में इतनी महंगाई, हर चीज पर टैक्स है। अगस्त का सितंबर में ये भत्ता देंगे, इस बीच एरियर्स का क्या होगा? पुराना 34 हजार करोड़ का एरियर्स बचा है, पेंशनर्स का क्या हुआ। लोगों ने प्रदेश के विकास में सब लगा दिया दिए। अब उनका बुढ़ापे में घर नहीं चल पा रहा है। 2 हज़ार करोड़ का लोन ले रहे है, उसमें से दो ये सब। ये सब कह रहे है छत्तीसगढ़ से आएगा, ये खुद सेटल क्यू नहीं करते है। ये इन सब से लोग त्रस्त है एरियर और पेंशनर्स की बात नहीं करती सरकार।

फिर कर्ज लेगी शिवराज सरकार: खुले बाजार से 10 साल के लिए 2 हजार करोड़ लेगी, 2 अगस्त को जारी हो सकता है ऑक्शन, वर्तमान में प्रदेश पर दो लाख 95 हजार करोड़ का ऋण

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus