हेमंत शर्मा, इंदौर।  कलेक्टर मनीष सिंह द्वारा खेद प्रकट करने के साथ ही कल से चल रहा विवाद आखिरकार थम गया है। कलेक्टर मनीष सिंह स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों के सामने झुके और अपने व्यवहार के लिए खेद व्यक्त किया। उन्होंने जिला स्वास्थ्य अधिकारी पूर्णिमा गडरिया की तारीफ की और कहा कि वे बहुत अच्छा काम करती है।

कलेक्टर ने कहा यह समय जनता के साथ खड़े रहने का है और पूर्णिमा गडरिया बहुत अच्छा काम करती हैं। बीच में उन्हें इंदौर सीएमएचओ का चार्ज भी दिया था। उन्होंने सीएमएचओ का दायित्व भी बहुत अच्छा निभाया, बीच में सिल्वर क्लीनिक को लेकर कुछ इश्यूज हुए थे उसको लेकर मैंने उनसे बात की थी। जिसका उन्हें बुरा लगा अगर उन्हें मेरी बात का बुरा लगा है तो मैं खेद व्यक्त करता हूं।

काम पर लौटे डॉक्टर

कलेक्टर द्वारा खेद प्रकट करने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी और सब वापस अपने काम पर लौट गए।

मंत्री ने आश्वासन दिया

उधर इस पूरे मामले में डॉ माधव हसानी ने कहा कि हमने हमारी मांगों को प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट को लिखित में दिया है। उन्होंने हमें आश्वस्त किया है कि इसका जल्दी ही परिणाम देखने को मिलेगा। मैं ने आपकी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचा दी है।

यह था मामला

आपको बता दें यह सारा बवाल जिला स्वास्थ्य अधिकारी पूर्णिमा गडरिया के इस्तीफे के बाद शुरु हुआ था। इस्तीफा देने के बाद डॉ पूर्णिमा गाडरिया ने आरोप लगाया था कि कलेक्टर धमकी और बदतमीजी से व्यवहार करते हैं, जिससे आहत होकर उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने शुक्रवार को काम बंद का ऐलान कर हड़ताल कर दिया था। डॉक्टर नर्सों सहित सभी कर्मियों के हड़ताल में जाने से कोरोना जांच, वैकेसीनेशन सहित सभी स्वास्थ्य सेवाएं ठप्प हो गई थी।

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