बालोद। कोरोना वायरस के असर को देखते हुए शासन-प्रशासन के सख्त आदेश के बाद भी स्कूल में स्नेह सम्मेलन आयोजित करना आखिर स्कूल के हेड मास्टर के साथ ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के साथ भारी पड़ गया. कलेक्टर ने दोनों को निलंबित करते हुए डीईओ और डीएमसी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बनाए गए विधायक ने क्यों सावधानी नहीं बरती.

बालोद जिले के गुंडरदेही ब्लॉक के खेरुद प्राथमिक शाला में स्नेह सम्मेलन व महिला सशक्तिकरण के नाम पर कार्यक्रम आयोजित करने पर सबसे पहले लल्लूराम.कॉम ने स्कूल प्रबंधन के इस बड़ी लापरवाही को लेकर खबर प्रकाशित की थी. इस खबर को कलेक्टर रानू साहू ने तत्काल संज्ञान में लेते हुए गुण्डरदेही विकासखण्ड के खण्ड शिक्षा अधिकारी और शासकीय प्राथमिक शाला खेरूद के प्रधान पाठक को निलंबन किए जाने का प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी और राजीव गांधी शिक्षा मिशन के जिला मिशन समन्वयक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.

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कलेक्टर ने बताया कि राज्य शासन ने 12 मार्च को नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए राज्य के समस्त शासकीय एवं निजी विद्यालयों को तथा स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत समस्त शिक्षण संस्थानों एवं समस्त प्रशिक्षणों को 31 मार्च तक तत्काल प्रभाव से बंद किए जाने का निर्देश जारी किया है. इसके बाद भी स्कूली छात्रों की उपस्थिति में इस तरह का आयोजन शासन के निर्देश की अवहेलना है.

बड़ा सवाल क्या क्षेत्र के विधायक जिम्मेदार नहीं

इस लापरवाही के मामले में जहां जिला प्रशासन ने जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए, वहीं बड़ा सवाल इस क्षेत्र के जिम्मेदार विधायक कुंवरसिंह निषाद ही इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए और स्वागत के दौरान खुद लोगों से हाथ मिलाते, गले मे हार पहनते नजर आए. पत्रकारों से सवाल पूछने पर भले ही विधायक मामले से पल्ला झाड़ते नजर आए. लेकिन इस पूरे कार्यक्रम के दौरान कही भी ऐसा नही लगा विधायक जी कभी भी कोरोना अलर्ट को लेकर किसी तरह मंच में सतर्कता बरते हों.