अजयारविंद नामदेव शहडोल। मध्यप्रदेश की बीजेपी सरकार में किसान खुश नहीं है। किसान हितैषी वाली कथित बेजेपी सरकार में किसान परेशान है। सरकार लाख दावे कर लें किसानों की समस्याओं का सामाधान नहीं हो पा रहा है। ऐसे ही जमीन विवाद को लेकर परेशान शख्स धरमदास बारी ने कलेक्ट्रेट परिसर में जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। इस अप्रत्याशित घटना (आत्मदाह) के बाद कलेक्टर परिसर में हड़कंप मच गया। किसान को आनन-फानन में गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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शहडोल कलेक्ट्रेट कार्यालय में उस उस वक्त हड़कंप मच गया जब घरौला मोहल्ला निवासी लग्भग 75 वर्षीय धर्मदास बारिया कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच कलेक्टेर परिसर के सामने जहरीले पदार्थ का सेवन कर आत्महत्या का अप्रयास किया। इस दौरान वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने वृद्ध को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसका इलाज जारी है।

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दरअसल व्रद्ध धर्मदास 2 दिन पहले रविवार को एक पर्चा शहडोल के गालियों में बंट रहे थे। जिसमें जमीनी विवाद का जिक्र करते हुए आत्मदाह की चेतवानी भी दी थी। वृद्ध ने कुछ लोगों पर जमीन पर जबरन कब्जा करने का आरोप लगाया था। साथ ही प्रशासन पर निरंकुशता का भी आरोप लगाया था। मंगलवार को कुछ देर पहले जहरीले पदार्थ का सेवन कर आत्महत्या का प्रयास किया। अब उनके परिजन ज़मीन को लेकर कुछ लोगो पे संगीन आरोप लगा रहे हैं।,साथ ही प्रशासन की लापरवाही का भी आरोप लगाया है।

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वहीं मामले में एसडीएम सोहागपुर नरेंद्र सिह धुर्वे और डीएसपी सोनाली गुप्ता ने कहा कि इनका कुछ जमीनी मामला है। जो कि न्यायालय में चल रहा है। इसके बाबजूद इन्होंने इन तरह का आत्मघाती कदम उठाया है। मामले की जांच कराई जा रही है।


मोसीम तड़वी बुरहानपुर। इधर जनसुनवाई में एक किसान ने विद्युत कंपनी के शहर अभियंता पर मानसिक प्रताडऩा का आरोप लगाया है। खेत में बिजली कंपनी ने बिना अनुमति लगाए पोल हटाने के लिए कंपनी का अफसर मांग रहे है रिश्वत। कंपनी ने किसान का बिजली कनेक्शन भी काट दिया है। उन्होंने भी कलेक्टर को शपथ पत्र समस्या का समाधान नहीं होने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है। उनकी चेतावनी के बाद डिप्टी कलेक्टर दीपक सिंह चौहान ने किसान की शिकायत को गंभीरता से लिया है। उन्होंने बिजली कंपनी को मामले की जांच के लिए निर्देश दिए हैं।

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