रायपुर. गुरु परंपरा पर बयान देकर पूर्व मंत्री शिव कुमार डहरिया बुरी तरह से फंसते हुए नजर आ रहे हैं. उनके बयान के बाद बाबा गुरु घासीदास के वंशज भड़क उठे हैं. आलम ये है कि उनके बयान के बाद उन्ही के पार्टी के पूर्व मंत्री गुरू रुद्र ने उन पर सवाल उठा दिया है. पूर्व मंत्री गुरू रुद्र ने कहा कि शिव कुमार डहरिया को गुरु परंपरा की समझ नहीं है. इसके अलावा बीजेपी विधायक गुरु खुशवंत साहब ने कहा कि डहरिया अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं.

बता दें कि आज कांग्रेस भवन में प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने बिना नाम लिए गुरु बालदास पर निशाना साधते हुए कहा कि बाबा गुरु घासीदास सतनामी समाज के असली गुरु हैं. सभी बाबा गुरु घासीदास को मानते हैं. बाबा जी के वंश में पैदा होने से कोई गुरु नहीं हो जाते. समाज के 80 प्रतिशत लोग गुरु प्रथा को बंद करना चाहते हैं. सतनामी समाज एक है. ये गुरु अवसरवादी लोग हैं, कांग्रेस की सरकार में कांग्रेस की ओर थे, अब भाजपा में चले गए. उन्होंने कहा आगे कहा कि जो गुरु भाजपा में चले गए हैं, उनकी स्वीकारता अब नहीं रह गई है.

पूर्व मंत्री शिव कुमार डहरिया के इस बयान के बाद बाबा गुरु घासीदास के वंशज भड़क गए हैं. आरंग विधायक गुरु खुशवंत साहब ने कहा कि शिव कुमार डहरिया अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं. उन्होंने 5 साल मंत्री रहते सतनामी समाज पर अत्याचार किया. डहरिया को मानसिक इलाज की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में उन्हें आयुष्मान योजना का लाभ भी मिलेगा.

पूर्व मंत्री डहरिया के बयान के बाद अब उन्ही के पार्टी के नेता भी सवाल उठा रहे हैं. पूर्व गुरू रुद्र ने कहा कि शिव कुमार डहरिया को गुरु परंपरा की समझ ही नहीं है. उन्हें (डहरिया) को इस टाइप की छोटी बातें नहीं करनी चाहिए. सभी समाज के धर्म गुरु होते हैं. सतनामी समाज गुरु प्रधान समाज है.

फिलहाल पूर्व मंत्री डहरिया के इस बयान ने प्रदेश में राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है. अब अपने बयान पर पूर्व मंत्री डहरिया कायम रहते हैं या नहीं ये देखने वाली बात है.

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