शब्बीर अहमद, भोपाल। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर कर्मचारी संगठन का रविवार को होने वाले प्रदर्शन को सरकार ने निरस्त कर दिया है। संयुक्त मोर्चा को मिली प्रदर्शन की अनुमति जिला प्रशासन ने निरस्त कर दिया है। वहीं प्रदर्शन निरस्त होने के बाद इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस ने कहा है कि इस मामले को सदन में उठाकर पुरानी पेंशन बहाली के लिए सरकार पर दबाव बनाएंगे।

बता दें कि पुरानी पेंशन योजना बहाली की मांग को लेकर राजधानी भोपाल में रविवार को बड़े आंदोलन तैयारी की गई थी। अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के बैनरतले प्रदर्शन
प्रस्तावित था।

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भोपाल के कलियासोत मैदान में प्रदर्शन की तैयारी चल रही थी। अब इस मामले को लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आ गई है। कांग्रेस ने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार कर्मचारियों की आवाज दबा रही है।कुणाल चौधरी ने सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है।उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार तानाशाही पर उतर आई है। पहले परमिशन दी बाद में निरस्त कर दी गई। सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या कर रही है। सदन के अंदर हम सरकार पर दबाव बनाएंगे और जल्द पुरानी पेंशन बहाली की मांग रखेंगे।

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बता दें कि परमिशन निरस्त होने के बाद कर्मचारी संगठन जिले में कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने का फैसला लिया है। संगठन द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी ज्ञापन सौंपा जाएगा।

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