शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में भी उत्तरप्रदेश (यूपी) की तरह बहुचर्चित ज्ञानवापी मामले में पिटीशन दायर होगी। पिटिशन को लेकर तमाम सबूत और कागजी तैयारी पूरी हो गई है। यूपी ज्ञानवापी मामले के जाने माने वकील हरिशंकर जैन मामले की पैरवी करेंगे। संस्कृति बचाओ मंच पिटीशन दायर करेगा।
संस्कृति बचाओ मंच के संयोजक चंद्रशेखर तिवारी ने कहा कि अधिवक्ता हरिशंकर जैन से भोपाल ज्ञानवापी मामले में बात हुई है। तमाम कागजात और सबूत भी भेजे गए हैं। पिटीशन दायर करने को लेकर हरिशंकर जैन ने सहमति दी है। भोपाल के चौक बाजार स्थित जामा मस्जिद नहीं बल्कि पहले शिव मंदिर था।
संगठन के पास ये सबूत और दस्तावेज मौजूद
1908 के भोपाल गजेटियर में मंदिर में मस्जिद बनाने का जिक्र है। नवाब शासन काल में सील मुहर के साथ भोपाल गजेटियर जारी किया था। गजेटियर में भोपाल की महिला नवाब कुदसिया बेगम द्वारा मंदिर को हटा मस्जिद बनाने का जिक्र किया।गजेटियर में साल 1832 में मंदिर के स्थान पर मस्जिद बनाने का उल्लेख। 1857 में पांच लाख रुपये की लागत से मंदिर के स्थान पर मस्जिद को बनाया। सभा मंडप के नाम से भोपाल में शिव मंदिर था। एक हजार से अधिक बच्चे धर्म और वेदों का ज्ञान लेते थे।
सर्वे की मांग पर भी सरकारों ने नहीं लिया एक्शन
मस्जिद के गुंबद आज भी मंदिर के शिखर है। कथित गुम्बजों में शिव मंदिर के कलश आज भी मौजूद। नवाब काल में भोपाल के हिंदू धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया गया है। तमाम सबूत भी केंद्र से लेकर राज्य सरकार को भेजे है। अध्ययन के बाद वकील जैन ने पटिशन की स्वीकृति दी है। पुरातात्विक सर्वे की मांग पर भी सरकारों ने एक्शन नहीं लिया। अब पिटीशन दायर कर न्यायालय से सताननी हक की मांग करेंगे। चंद्रशेखर तिवारी ने कहा इसी माह दर्ज याचिका कराएंगे।
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