अमृतांशी जोशी, भोपाल। मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) के चीता तेजस (Cheetah Tejas) की मौत से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। “तेजस” के शरीर के आंतरिक अंग सामान्य रूप से काम नहीं कर रहे थे। चीता के फेफड़ा, दिल, तिल्ली और गुर्दे सामान्य नहीं पाए गए। शव परीक्षण के दौरान तेजस का वजन 43 किलोग्राम पाया गया जो सामान्य नर चीता के औसत वजन से कम था।

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कूनो नेशनल पार्क में चीता तेजस की मौत का संभावित कारण ट्रॉमेटिक शॉक बताया गया है। पालपुर स्थित वाइल्ड लाइफ हॉस्पिटल में तेजस के शव का परीक्षण किया गया। परीक्षण में हृदय के एरोटा और ओरिकल में चिकन फैट का जमाव के साथ जमा हुआ रक्त भी पाया गया। संभवत: चीता के आंतरिक रूप से कमजोर होने के कारण बाड़े में मौजूद अन्य मादा चीता से हुई हिंसक झड़प से हुये ट्रामा की स्थिति से रिकवर नहीं कर पाया।

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चीता के गर्दन पर घाव के निशान थे जो ज्यादा गहरे न होकर केवल बाहरी त्वचा तक सीमित था। चीता परियोजना में तैनात तीन वन्य प्राणी चिकित्सकों के साथ स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फोरेंसिक एण्ड हेल्थ, जबलपुर के विशेषज्ञ और वन विहार नेशनल पार्क भोपाल के वन्यप्राणी चिकित्सकों ने शव परिक्षण का किया है।

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