महासमुंद। महासमुंद पुलिस को शिक्षाकर्मी जगदीश मिंज के अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में बड़ी कामयाबी मिली है. जगदीश मिंज की हत्या नरबली चढ़ाने के लिए की गई. जिसमें पुलिस ने तांत्रिक, शिक्षाकर्मी, आबकारी विभाग के आरक्षक सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया है.

मामला 21 जनवरी का है खल्लारी मंदिर के पास स्थित खाली मैदान में एक व्यक्ति की क्षत विक्षत लाश मिलने की सूचना पुलिस को मिली. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पीएम रिपोर्ट में मृतक के सिर में चोट और  धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या करने की बात सामने आई. जिसके बाद पुलिस ने मामले की तहकीकात शुरु कर दी. एसपी संतोष सिंह द्वारा मामले में क्राईम ब्रांच की टीम को दिशा निर्देश दिया गया.

एसपी के निर्देशानुसार क्राईम ब्रांच ने मृतक किस रास्ते से आया इसकी पतासाजी की और वो जिन इलाकों से गुजरा था वहां के सीसीटीवी कैमरों को चेक किया गया जिसमें उसकी तस्वीरें निकली. सीसीटीवी फुटेज में मृतक किसी व्यक्ति के साथ गाड़ी में नजर आ रहा था. जिसके बाद मृतक की पहचान शिक्षाकर्मी जगदीश मिंज के रुप में हुई. पुलिस ने गाड़ी में पीछे बैठे व्यक्ति के बारे में पतासाजी किया तो उसकी पहचान कोरबा निवासी नरेन्द्र सेन के रुप में हुई. पुलिस ने नरेन्द्र सेन को कोरबा से हिरासत में लाकर कड़ी पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कुबूल कर लिया.

नरेन्द्र सेन तांत्रिक का काम करता था. वह अन्य आरोपियों मनहरण गोस्वामी, रामावतार चक्रधारी, नरेन्द्र प्रसाद, मोह. मुर्तजा उर्फ बबलू खान, मदन लाल ध्रुव, विरेन्द्र कुमार कोसले के साथ कई बार तंत्र मंत्र से पैसा झरन का काम कर चुके हैं लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल पाई. जिसके बाद आरोपी तांत्रिक नरेन्द्र सेन ने उनसे कहा कि नरबली चढ़ाने के बाद ही सफलता मिलेगी. जिसके बाद सबने योजना बनाई और षड़यंत्र पूर्वक पैसा ऐँठ कर आपस में बांटने का निर्णय लिया. मनहरण गोस्वामी ने जगदीश मिंज को अपने झांसे में ले लिया और उसे बताया कि तीन लाख रुपए लगाने पर 1 करोड़ रुपए मिलेंगे. मनहरण ने मृतक को तांत्रिक नरेन्द्र सेन से मिलवाया.

तांत्रिक के  साथ मृतक खल्लारी मंदिर पहुंचा जहां पास में ही तंत्र मंत्र का बहाना करते हुए आरोपी तांत्रिक ने कीटनाशक मिला प्रसाद उसे खिलाना शुरु कर दिया. कीटनाशक युक्त प्रसाद खाकर जब उसे बेहोशी आने लगी तभी आरोपी बब्लू खान ने उसे दबोचते हुए उसके हाथ पैर बांध दिए. तांत्रिक ने जगदीश के सिर पर पत्थर से वार किया, रामावतार चक्रधारी ने लोहे के चापड़ से उसका गला रेंत कर हत्या कर दी. जिसके बाद सभी ने पैसों को आपस में बांट लिया. आरोपियों में विरेन्द्र कोसले शिक्षाकर्मी है जो कि रायपुर का रहने वाला है और मदन लाल ध्रुव आबकारी आरक्षक है.