कर्ण मिश्रा,ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर चंबल संभाग में सरकारी दस्तावेज के चोरी होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। दस्तावेज कोई मामूली नहीं बल्कि जमीन के है। दस्तावेज (फाइलों) की संख्या एक दो नहीं बल्कि सैकड़ों हजारों में शामिल है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या जमीनों से जुड़े दस्तावेज भू-माफिया चोरी करवा रहे है या फिर इसके पीछे विभागीय अधिकारी और कर्मचारियों का हाथ है? इस मुद्दे पर सरकारी अफसर गंभीर नही है। इससे साफ जाहिर होता है कि इस चोरी में कहीं न कहीं कुछ तो दाल में काला है।

ग्वालियर कमिश्नरी में राजस्व रिकॉर्ड रूम से जमीन से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज चोरी हो गए है। इसकी जानकारी तब मिली जब अभिलेखागार के कर्मचारी सुबह दफ्तर पहुंचे। उन्हें रिकॉर्ड रूम के एक बड़े कक्ष का ताला टूटा मिला। जब अंदर जाकर देखा तो जिन कपड़ों में दस्तावेजों की फाइलें बांधकर और उन पर प्रकरण का नंबर और स्थान का नाम लिखा है वह पूरे हॉल में बिखरे पड़े थे और दस्तावेज के बड़े बड़े बंडल गायब थे। अभिलेखागार में पदस्थ कर्मचारियों का कहना है कि सुबह यहां ट्रक के पहियों के निशान देखे गए थे। इसके पहले अभिलेखागार का हॉल जमीन के दस्तावेजों से भरा हुआ था जो अब खाली हो गया है। इस रिकॉर्ड रूम में सन 1940 से लेकर अब तक के जमीन की रिकॉर्ड रखा गया था।

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संध्या जोशी रिकार्ड कीपर ने बताया कि इस राजस्व रिकॉर्ड रूम में उन तमाम प्रकरणों के दस्तावेज भी रखे है जो न्यायालय में विचाराधीन है। जमीन नामांतरण की प्रक्रिया में उलझे हुए हैं, या फिर कोई बड़ा संपत्ति विवाद है। पहले यहां खसरा खतौनी भी रखे रहते थे, लेकिन अब केवल प्रकरण संबंधी दस्तावेज ही रखे जाते हैं। यह कोई पहली बार नहीं है, जब इस राजस्व रिकॉर्ड रूम से दस्तावेजों की चोरी हुई हो। इससे पहले भी दस्तावेज चोरी हो चुके है।

अब-तक की चोरियां
15 जनवरी 2019 को इस स्टोर रूम से चोरी हुई।
18 सितंबर 2021 इस स्टोर रूम से चोरी हुई।
08 फरवरी 2022 को दस्तावेज की फिर चोरी।
चोरी के तीनों मामले पड़ाव थाने में दर्ज।

इससे पहले जो चोरी हुई वह जनरल रिकॉर्ड रूम से की गई थी। वहां भी जरूरी दस्तावेज को किसी बड़े वाहन में चोरी करके ले जाया गया। बार-बार दस्तावेज की चोरी हो रही है। बावजूद इसके प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। हालांकि पड़ाव थाना पुलिस में मामला दर्ज जरूर करा दिया है। लेकिन किसी भी चोरी के बाद अभिलेखागार कार्यालय में ना तो सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए और ना ही किसी कर्मचारी की नाइट शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई। अभिलेखागार के प्रभारी एसडीएम यूनुस कुरैशी का कहना है कि अब वहां सुरक्षाकर्मी तैनात करने की तैयारी की जा रही है।

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