सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। प्रदेश में शिक्षकों के रिक्त पदों पर बीते तीन सालों के दौरान पूरी भर्ती नहीं हो पाई है. आज भी पचास प्रतिशत पद रिक्त हैं. बड़ा सवाल भर्ती प्रक्रिया में लगे भ्रष्टाचार के आरोप के बीच न्यायालय में पहुंच गए मामले के बाद क्या मार्च तक बाकी बचे रिक्त पदों पर भर्ती हो पाएगी.
लोक शिक्षण संचालक सुनील जैन ने लल्लूराम डॉट कॉम से चर्चा में कहा कि व्याख्याता के 3177 पद में 2,548 को ज्वाइनिंग दी गई. वहीं शिक्षक के 5897 पदों में 2,379 अभ्यार्थियों को ज्वाइनिंग दी गई है. इसके अलावा सहायक शिक्षक के 5506 पदों में 1615 पदों में ज्वाइनिंग दी गई है. इस तरह से 14,580 पदों में अब तक 6542 पदों में नियुक्ति दी गई है.
वहीं दूसरी ओर बिलासपुर, बस्तर और सरगुजा संभाग को मिलाकर 2512 पदों पर अभ्यर्थी कोर्ट चले गए हैं. सवाल है कि कब तक चयनित अभ्यर्थियों को उनका हक़ मिलेगा. इस पर सुनील जैन ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया जारी है. कुछ पदों पर कोर्ट का स्टे हैं. कोर्ट के आदेश आने के बाद आदेशानुसार कार्रवाई की जाएगी, वहीं भर्ती प्रक्रिया में भ्रष्टाचार के आरोप पर कहा कि लिखित में शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी.
इन पदों में इतनी भर्ती
- व्याख्याता के 3177 पदों में 2,548 की ज्वाइनिंग
- शिक्षक के 5897 पदों में 2,379 की ज्वाइनिंग
- सहायक शिक्षक के 5506 पदों में 1615 की ज्वाइनिंग
- 14,580 पदों में अब तक 6542 की ज्वाइनिंग
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2512 पदों पर कोर्ट से स्टे
शिक्षकों की नियुक्ति में प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से अभ्यर्थियों ने आपत्ति जताते हुए कोर्ट से आपत्ति ली है. इनमें कोरबा जिला 230 पदों पर, बस्तर संभाग में 1294 पद और सरगुजा संभाग में 988 पद पर रोक लगी हुई है. इस तरह कुल 2512 पदों पर कोट ने स्टे दिया हुआ है.
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