नई दिल्ली। ससंद सुरक्षा चूक मामले के मास्टरमाइंड ललित झा ने सरेंडर करने के बाद पुलिस की पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है. ललित के अनुसार, लोकसभा में घुसपैठ करने के लिए अगर उनका मेन प्लान फेल हो जाता तो उनके पास प्लान बी भी था. ललित ने वारदात के बाद छिपने की योजना भी बनाई थी.

जानकारी के अनुसार, प्लान ए के तहत नीलम और अमोल को संसद भवन के पास पहुंचना था, अगर वो इसमें फेल होते तो महेश और कैलाश दूसरी तरफ से संसद के पास पहुंचते और फिर मीडिया के सामने स्मोक क्रैकर्स का इस्तेमाल करते हुए नारेबाजी करते. चूंकि महेश और कैलाश गुरुग्राम में विशाल शर्मा उर्फ ​​​​विक्की के घर तक नहीं पहुंच सके, जहां पूरा ग्रुप रह रहा था. इसलिए अमोल और नीलम को किसी भी कीमत पर संसद के बाहर कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया था.

2001 के संसद आतंकी हमले की बरसी पर बुधवार को एक बड़े सुरक्षा उल्लंघन में सागर शर्मा और मनोरंजन डी शून्यकाल के दौरान सार्वजनिक गैलरी से लोकसभा कक्ष में कूद गए, कनस्तरों से पीली गैस छोड़ी और नारे लगाए, लेकिन बाद में उन्हें सांसदों और सुरक्षाबलों ने पकड़ लिया. लगभग उसी समय अमोल और नीलम ने चिल्लाते हुए स्मोक क्रैकर्स का इस्तेमाल करते हुए संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.

इस मामले में अब तक 9 लोग पकड़े जा चुके हैं. पकड़े गए लोगों में सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम आजाद, विक्की और विक्की की पत्नी, महेश, कैलाश, ललित झा और अमोल शर्मा शामिल हैं.