लखनऊ. यूपी में बहुत बड़ा घोटाला सामने आया है. जहां मेरठ के एक डॅाक्टर के नाम पर कानपुर सहित राज्य के कई जिलों में लगभग 83 अस्पताल रजिस्टर्ड है. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब अस्पताल और क्लीनिक के लाइसेंस रिन्यूअल  आवेदनों की जांच हो रही थी.

इस मामले पर अधिकारियों ने कहा कि आगरा और उसके आसपास लगभग 449 चिकित्सा सुविधाओं को 15 डॉक्टरों द्वारा अवैध रूप से सेवा देते हुए पाया गया है. इस पूरे मामले पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी यानी सीएमओ अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि सभी डॉक्टरों को नोटिस भेज दिया गया है. और मामले की विस्तृत जांच की जा रही है.

इसे भी पढ़ें – नौकर ने ही बुझा दिया घर का चिराग, 8 दिन पहले ही भीख मांगने आए युवक को पिता ने रखा था काम पर

जो जानकारी सामने निकल कर आ रही है कि जो डॅाक्टर नहीं है वो भी स्वास्थ्य विभाग से क्लिनिक और पैथोलॉजी लैब चलाने के लिए डॉक्टर के नाम से लाइसेंस प्राप्त किए हुए हैं. इतने बड़ा घोटाला का तब उजागर हुआ जब उत्तर प्रदेश सरकार ने इस वर्ष लाइसेंस के रिन्यूअल की प्रक्रिया को ऑनलाइन करने का आदेश दिया. 

इसे भी पढ़ें – UP में भीषण गर्मी से मौत का सिलसिला जारी, हीट स्ट्रोक के मरीजों के लिए बेड और वार्ड रिजर्व

इस पूरे घोटाले में कई डॅाक्टर हैं जिसमें सर्जन सहित हृदय रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ शामिल हैं. और स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार, 2022-23 के दौरान 1,269 चिकित्सा केंद्र पंजीकृत किए गए थे. जिसमें  494 अस्पताल, 493 क्लीनिक, 170 पैथोलॉजी लैब, 104 डायग्नोस्टिक सेंटर, सात सैंपल कलेक्शन सेंटर और एक डायलिसिस सेंटर शामिल है.

छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक 
मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
English में खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक